प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इटली पहुंच गए हैं। पीएम मोदी जी-7 के आउटरीच सत्र में भाग लेंगे। सम्मेलन के अलावा वह इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इसके साथ ही पीएम मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ भी मुलाकात संभव है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इटली पहुंच गए हैं। मोदी इटली की प्रधानमंत्री मेलोनी के निमंत्रण पर आज जी-7 के आउटरीच सत्र में भाग लेने के लिए इटली के अपुलिया पहुंचे हैं। शिखर सम्मेलन से इतर दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक होगी।
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, उर्जा, अफ्रीका और भूमध्य सागर पर होगा फोकस: PM मोदी
इटली के लिए रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बयान में कहा था कि प्रधानमंत्री मेलोनी के निमंत्रण पर मैं 14 जून को जी-7 आउटरीच शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए इटली के अपुलिया क्षेत्र का दौरा करने जा रहा हूं। मुझे खुशी है कि लगातार तीसरे कार्यकाल में मेरी पहली यात्रा जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए इटली की है। आउटरीच सत्र में चर्चा के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, उर्जा, अफ्रीका और भूमध्य सागर पर फोकस किया जाएगा।
यह भारत की मेजबानी में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन और जी-7 शिखर सम्मेलन के परिणामों के बीच अधिक तालमेल लाने और उन मुद्दों पर विचार-विमर्श करने का अवसर होगा, जो वैश्विक दक्षिण के लिए महत्वपूर्ण हैं। मैं शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले अन्य नेताओं से मिलने के लिए भी उत्सुक हूं।
इटली में G7 शिखर सम्मेलन शुरू हो गया है। इस मौके पर G8 और G20 के पूर्व इटालियन शेरपा और राजदूत जियाम्पिएरो मासोलो ने जोर देकर कहा कि भारत एक प्रमुख देश और एक विशाल लोकतंत्र है। हर कोई इसे एक स्थिर कारक के रूप में गिनता है क्योंकि ग्लोबल साउथ में इसकी एक महत्वपूर्ण स्थिति है।
PM मोदी के अलावा ये भी आमंत्रित
मेजबान इटली की पीएम जॉर्जिया मेलनी के विशेष आमंत्रण पर पीएम मोदी भी इटली पहुंचे हैं। पीएम मोदी आज (शुक्रवार) को होने वाले आउटरीच सत्र में शामिल होंगे। पीएम मोदी के अलावा मेलनी ने अल्जीरियाई राष्ट्रपति अब्देलमदजीद तेब्बौने, केन्याई राष्ट्रपति विलियम रुटो और ट्यूनीशियाई राष्ट्रपति कैस सईद को आमंत्रित किया है। यह सभी अफ्रीकी महाद्वीप पर इटली के विकास पर बात करेंगे। अन्य अतिथियों में ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा और तुर्किये के राष्ट्रपति रेचप तैयब अर्दोआन शामिल हैं।
‘ग्लोबल साउथ में भारत की स्थिति महत्वपूर्ण’
इटली में G7 शिखर सम्मेलन शुरू हो गया है। इस मौके पर G8 और G20 के पूर्व इटालियन शेरपा और राजदूत जियाम्पिएरो मासोलो ने जोर देकर कहा कि भारत एक प्रमुख देश और एक विशाल लोकतंत्र है। हर कोई इसे एक स्थिर कारक के रूप में गिनता है क्योंकि ग्लोबल साउथ में इसकी एक महत्वपूर्ण स्थिति हैअमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से कर सकते हैं मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इटली पहुंच गए हैं। पीएम मोदी जी-7 के आउटरीच सत्र में भाग लेंगे। सम्मेलन के अलावा वह इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय वार्ता कर सकते हैं। इसके साथ ही पीएम मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ भी मुलाकात संभव है।
पीएम मोदी के इटली दौरे की अहमियत क्या?
प्रधानमंत्री मोदी इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे। मार्च 2023 में मेलोनी की भारत यात्रा के बाद पीएम मोदी की दूसरी बैठक होगी। मोदी एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ गुरुवार को इटली गए हैं। यह यात्रा पीएम मोदी को शिखर सम्मेलन में मौजूद अन्य वैश्विक नेताओं के साथ भारत और ग्लोबल साऊथ के लिए अहम मुद्दों पर बातचीत करने का अवसर प्रदान करेगी। जानकारी के अनुसार, शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात हो सकती है।
जी-7 शिखर सम्मेलन में भारतीय पीएम की भागीदारी से उन्हें पिछले वर्ष भारत की अध्यक्षता में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन के परिणामों पर आगे की जाने वाली कार्रवाई करने का भी अवसर मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी के इटली में जी-7 शिखर सम्मेलन में कई प्रमुख मुद्दों पर चर्चा करने की भी उम्मीद है।
इस सम्मेलन में मध्य पूर्व और यूक्रेन में चल रहे संघर्षों पर चर्चा होने की उम्मीद है। विश्वभर के नेता इन जटिल भू-राजनीतिक चुनौतियों से निपटने और समाधान के तरीकों की तलाश करेंगे। इसके अलावा कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) एजेंडा के प्रमुख विषयों में शामिल किया गया है।
कौन-कौन से देश हैं जी7 संगठन में शामिल
जी7 समिट इटली के अपुलिया क्षेत्र में होगा। जी7 संगठन के सदस्य देशों की बात करें तो इसमें अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, जर्मनी, इटली, जापान और फ्रांस के साथ ही यूरोपीय यूनियन भी शामिल हैं।