राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस एक दूसरे के लिए सियासी बिसात लगभग बिछा चुके हैं. भाजपा दूसरी लिस्ट जारी करते हुए अब तक 124 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर चुकी है. वहीं, कांग्रेस ने 33 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है. कहा जा रहा है कि राज्य में सत्तासीन पार्टी अपने 106 उम्मीदवारों लगभग चुन चुकी है और कभी भी दूसरी लिस्ट जारी कर सकती है. इस क्रम में भाजपा, कांग्रेस से आगे चल रही है. भाजपा अपने सारे पत्ते लगभग खोल चुकी है.
भाजपा का सीएम चेहरा कौन होगा?
राज्य में भगवा पार्टी के सभी बड़े नेताओं के नाम का ऐलान हो चुका है. 83 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट के बाद यह साफ हो चुका है कि वसुंधरा राजे, सतीश पूनिया और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ राजस्थान के चुनावी समर में भाजपा के लिए बड़ी जिम्मेदारी निभाने वाले हैं. ऐसे में सवाल यह उठता है कि राज्य में भाजपा का चुनावी चेहरा कौन होगा?
वसुंधरा राजे ने सभी को चौंकाया
चर्चाओं का बाजार गरम है. वसुंधरा राजे का नाम पहली लिस्ट में न होना भी कई संकेत दे रहा है. बता दें कि वसुंधरा राजे अब तक भाजपा की चुनावी रैलियों से दूर थीं. शुक्रवार को भजापा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद से जब दूसरी लिस्ट में वसुंधरा राजे के नाम का ऐलान हुआ तो सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया. इतना ही नहीं वसुंधरा राजे के करीबी माने जाने वाले लगभग एक दर्जन नेताओं को भी भाजपा ने चुनावी मैदान में उतारा है. ये बदला हुआ समीकरण देखने के बाद कहना गलत नहीं होगा कि वसुंधरा राजे पार्टी में अब भी मजबूती से बनी हुई हैं. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपनी परंपरागत सीट झालारापाटन से भाजपा के लिए चुनाव लड़ेंगी.
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भी मैदान में
दूसरी तरफ राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को चुनावी मैदान में उतारना भी भाजपा का चौंकाने वाला कदम है. राज्यवर्धन सिंह राठौड़ राजस्थान में लंबे समय से सक्रिय हैं. राठौड़ की साफ-सुथरी छवि मतदाताओं के लिए हमेशा प्रभावित करने वाली रही है. भाजपा ने राज्यवर्धन राठौड़ को उनकी परंपरागत सीट झोटवाड़ा से चुनावी मैदान में उतारा है.