पिछले दिनों
हुए भारत के विकेटकीपर बैटर ऋषभ पंत को एयरलिफ्ट कर मुंबई ले जाया गया। मुंबई में BCCI की मेडिकल टीम उनका इलाज करेगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पंत 5 से 6 महीनों के लिए ग्राउंड से दूर रहेंगे। ऐसे में वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत में 4 टेस्ट मैचों की सीरीज नहीं खेल पाएंगे। अगर टीम इंडिया वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचती है तो उस मैच में भी पंत नहीं होंगे।
इन मैचों में टीम इंडिया को उनकी भरपाई करने में मुश्किलें आएंगी। पिछले 2 सालों में वे टेस्ट टीम के सबसे बड़े मैच विनर बल्लेबाज साबित हुए हैं। इस दौरान उन्होंने देश-विदेश में अहम मौकों पर कई उपयोगी पारियां खेलकर भारत को जीत दिलाई है। पंत ने ये पारियां उन मौकों पर खेलीं जब हमारा टॉप ऑर्डर बुरी तरह फेल हो जाता था। विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे दिग्गज आउट ऑफ फॉर्म होते रहे या चोटिल होकर टीम से बाहर होते रहे, लेकिन पंत ने किसी की कमी नहीं खलने दी।
आगे खबर में हम जानेंगे कि पंत टीम इंडिया के लिए अहम क्यों हैं। उन्होंने पिछले 2 सालों में कैसा परफॉर्म किया और उनके डेब्यू के बाद से देश और दुनिया के बाकी बैटर्स की परफॉर्मेंस कैसी रही।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पहली चुनौती
फरवरी-मार्च के दौरान ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत में 4 टेस्ट की सीरीज खेलने आएगी। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने के लिए भारत को कम से 3 टेस्ट तो जीतने ही होंगे। ऐसा करने के लिए उन्हें ऋषभ पंत जैसे मैच विनर की जरूरत पड़ेगी। जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अब तक खेले 7 टेस्ट में 62.40 की औसत से 624 रन बनाए हैं।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने सभी टेस्ट ऑस्ट्रेलिया में ही खेले। इनमें उनके बैट से सिडनी में 97 और 159* रन की पारियां आईं। 2021 में गाबा के मैदान पर 89 रन की नॉटआउट पारी खेल उन्होंने भारत को 2-1 से सीरीज भी जिताई थी। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज में वह अहम साबित हो सकते थे। कगांरू टीम आखिरी बार भारत में 2017 के दौरान टेस्ट सीरीज खेलने आई थी। तब उन्हें 2-1 से हार मिली थी। ऑस्ट्रेलिया 2014-15 के बाद से भारत को टेस्ट सीरीज में हरा नहीं सका है।
WTC फाइनल में सबसे अहम होते पंत
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का फाइनल मुकाबला इंग्लैंड में होना है। अगर हम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3-0 से सीरीज जीतने में कामयाब रहे तो लगातार दूसरी बार WTC का फाइनल खेल सकते हैं। अभी के हालातों को देखते हुए अगर भारत फाइनल में पहुंचा तो उसका सामना ऑस्ट्रेलिया या साउथ अफ्रीका से हो सकता है। दोनों ही टीमों के खिलाफ पंत उन्हीं के घर में शतक जड़ चुके हैं। साउथ अफ्रीका के खिलाफ तो 3 टेस्ट में उन्होंने 186 रन बनाए हैं।
फाइनल मुकाबला लंदन के ओवल मैदान पर होगा। जहां पंत के नाम 2 टेस्ट में एक शतक और एक फिफ्टी दर्ज है। इंग्लैंड में उनका रिकॉर्ड भी यही कहता है कि वे WTC फाइनल के लिए अहम होते। इंग्लैंड में खेले टेस्ट की बात करें तो 9 मैचों में उन्होंने 2 शतक और 2 फिफ्टी की मदद से 556 रन बनाए हैं। ऐसे में अगर वे WTC फाइनल तक ग्राउंड पर वापसी नहीं कर पाए तो टीम इंडिया के लिए बहुत बड़ा झटका होगा।
पंत ने 5 शतक और 6 बार 90+ के स्कोर बनाए
33 टेस्ट के छोटे करियर में पंत ने कई अहम पारियां खेलीं। टेस्ट करियर में वे 5 शतक और 6 बार 90 से ज्यादा के स्कोर बना चुके हैं। इनके अलावा भी पंत ने कई बार टी-20 के स्ट्राइक रेट से बैटिंग करते हुए 40 से 60 रन के बीच की पारियां खेलीं। जिनके सहारे भारत ने तेजी से बोर्ड पर बड़ा स्कोर लगाया। जिन्होंने भारत की जीत में अहम योगदान दिया।