प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 से 9 जुलाई तक रूस की आधिकारिक यात्रा पर हैं। इस दौरे में भारत और रूस के बीच फाइटर जेट SU-57, एंटी टैंक गोले की फैक्ट्री, मैंगो आर्मर-पियर्सिंग टैंक राउंड की फैक्ट्री और मिलिट्री लॉजिस्टिक्स पर अहम समझौते हो सकते हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को रूस के दो दिवसीय दौरे पर मॉस्को पहुंच गए हैं। इस विदेश यात्रा में पीएम 8 जुलाई से 9 जुलाई तक रूस में रहेंगे। इसके बाद वह ऑस्ट्रिया का दौरा करेंगे। मॉस्को दौरे से पहले पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं अपने मित्र राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय सहयोग के सभी पहलुओं की समीक्षा करने के लिए उत्सुक हूं।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रूस दौरा कई मायनों में अहम है। यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच सुखोई से लेकर एंटी टैंक गोले की फैक्ट्री जैसे कई अहम सौदे हो सकते हैं। दुनिया के कई देशों में जारी संघर्ष के बीच पीएम मोदी की इस यात्रा पर दुनिया की भी नजर है। फरवरी 2022 में रूस-यूक्रेन शुरू होने के बाद से यह पीएम मोदी का पहला रूस दौरा है।
पीएम मोदी की रूस यात्रा का कार्यक्रम क्या है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 से 9 जुलाई तक रूस की आधिकारिक यात्रा पर हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान के कहा गया था कि पीएम रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आमंत्रण पर 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 8-9 जुलाई को मास्को में होंगे। दोनों नेता दोनों देशों के बीच बहु-आयामी संबंधों की संपूर्ण श्रृंखला की समीक्षा और पारस्परिक हितों के समकालीन क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
मॉस्को में पीएम मोदी के कार्यक्रम में पुतिन के साथ एक निजी बैठक, प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता, बंद कमरे के अंदर वार्ता, प्रधानमंत्री और उनके प्रतिनिधिमंडल के लिए पुतिन द्वारा आयोजित भोज और वीडीएनकेएच कॉम्प्लेक्स (राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की उपलब्धियों का प्रदर्शनी स्थल), रोसाटॉम पैवेलियन में एक प्रदर्शनी केंद्र का दौरा शामिल है। वह भारतीय प्रवासियों की एक सभा को भी संबोधित करेंगे।
इस दौरे के एजेंडे में क्या-क्या है?
पीएम अपनी रूस यात्रा के दौरान व्लादिमीर पुतिन के साथ क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा, यूक्रेन-रूस युद्ध, रक्षा, तेल और गैस, द्विपक्षीय संबंध, व्यापार और ऊर्जा जैसे अहम क्षेत्रों पर बात करेंगे। इससे पहले रविवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि पीएम मोदी की यह यात्रा राष्ट्रपति पुतिन के साथ व्यापार पर सीधी बातचीत करने का शानदार अवसर है। उन्होंने कहा, व्यापार असंतुलन जैसे कुछ मुद्दे हैं…इसलिए, जाहिर है कि नेतृत्व स्तर पर यह बैठक महत्वपूर्ण साबित होगी। क्योंकि उनके निर्देशों के अनुसार ही हम देखेंगे कि रिश्ते को कैसे आगे बढ़ाया जाए।
22वें भारत-रूस वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन पर विदेश मंत्री ने कहा कि यह अच्छी परंपरा है। लेकिन ऐसे शिखर सम्मेलनों में कुछ कमी आई है। दोनों नेताओं के बीच रूस पर प्रतिबंधों के चलते भुगतान मुद्दा हल करने, रक्षा हार्डवेयर की आपूर्ति, प्रस्तावित चेन्नई-व्लादिवोस्तोक मैरिटाइम कॉरिडोर में निवेश पर चर्चा के अलावा यूक्रेन में रूस की ओर से लड़ रहे भारतीयों के संवेदनशील मुद्दे पर भी बातचीत संभव है।
इस दौरे के एजेंडे में क्या-क्या है?
पीएम अपनी रूस यात्रा के दौरान व्लादिमीर पुतिन के साथ क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा, यूक्रेन-रूस युद्ध, रक्षा, तेल और गैस, द्विपक्षीय संबंध, व्यापार और ऊर्जा जैसे अहम क्षेत्रों पर बात करेंगे। इससे पहले रविवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि पीएम मोदी की यह यात्रा राष्ट्रपति पुतिन के साथ व्यापार पर सीधी बातचीत करने का शानदार अवसर है। उन्होंने कहा, व्यापार असंतुलन जैसे कुछ मुद्दे हैं…इसलिए, जाहिर है कि नेतृत्व स्तर पर यह बैठक महत्वपूर्ण साबित होगी। क्योंकि उनके निर्देशों के अनुसार ही हम देखेंगे कि रिश्ते को कैसे आगे बढ़ाया जाए।
22वें भारत-रूस वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन पर विदेश मंत्री ने कहा कि यह अच्छी परंपरा है। लेकिन ऐसे शिखर सम्मेलनों में कुछ कमी आई है। दोनों नेताओं के बीच रूस पर प्रतिबंधों के चलते भुगतान मुद्दा हल करने, रक्षा हार्डवेयर की आपूर्ति, प्रस्तावित चेन्नई-व्लादिवोस्तोक मैरिटाइम कॉरिडोर में निवेश पर चर्चा के अलावा यूक्रेन में रूस की ओर से लड़ रहे भारतीयों के संवेदनशील मुद्दे पर भी बातचीत संभव है।