हरियाणा की दंगल गर्ल के पिता द्रोणाचार्य अवार्डी महावीर सिंह फोगाट ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को लेकर खुलासा किया है। महावीर सिंह फोगाट ने कहा कि WFI अध्यक्ष सरकार में पहुंच का फायदा उठाता है। उसने खिलाड़ियों के सभी कैंप लखनऊ में ही लगवाए, क्योंकि वहां पर उसका आवास है।
विनेश फोगाट ने बृजभूषण शरण की हरकतों को लेकर अपनी मां से चर्चा की थी। मां को अपनी आपबीती बताई भी थी। इस तरह की हरकत करना गलत है।
उन्होंने कहा कि बृजभूषण शरण ने हरियाणा और हरियाणवी खिलाड़ियों से भी भेदभाव रखा है। हमेशा ही कुश्ती की नेशनल प्रतियोगिता अपनी सुविधा और लालच में ऐसे स्थान पर करवाई, जहां खिलाड़ी तक नहीं। कभी भी हरियाणा की तरफ रुख भी नहीं किया, जहां से करीब 80 प्रतिशत कुश्ती खिलाड़ी हैं और पहलवानों की नई पौध पैदा हो रही है।
हरियाणा में कभी नहीं करवाया कुश्ती का नेशनल
महावीर सिंह फोगाट ने बताया कि बृजभूषण शरण खिलाड़ियों के कैंप लखनऊ में आयोजित करवाते हैं। वहां पर बृजभूषण शरण का घर भी है। इसलिए वे बड़े आयोजनों को अपनी सुविधा अनुसार करवाते हैं। जब से वे अध्यक्ष बने हैं, तब से अब तक हरियाणा में एक भी कुश्ती का नेशनल नहीं करवाया।
स्पॉन्सरशिप में 50 प्रतिशत लेता है WFI अध्यक्ष
महावीर फोगाट ने आरोप लगाया कि WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण खिलाड़ियों के आगे बढ़ने में रोड़ा अटकाते हैं। जब भी खिलाड़ियों को कोई स्पॉन्सर करता है तो उसमें से 50 प्रतिशत WFI अध्यक्ष खुद लेता है। वहीं आधा खिलाड़ियों को मिलता है। अपनी इच्छा अनुसार ही स्पॉन्सर मिलने देता है, अन्यथा वह ऐतराज जताता है।
खिलाड़ियों को नहीं मिलता अच्छा खाना
उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को साईं में भी अच्छा खाना नहीं मिलता। खिलाड़ी इसकी शिकायत भी नहीं कर पाते, क्योंकि WFI अध्यक्ष खुद अपनी मर्जी से डाइट का निर्धारण करता है। वह सरकार में अपनी पहुंच का फायदा उठाता है और साईं में भी सभी से मिलीभगत करके यह काम करता है।
फोगाट बहनों ने बनाया अलग खाना
महावीर फोगाट ने कहा कि फोगाट बहनें (गीता फोगाट, बबीता फोगाट, संगीता फोगाट व रितु फोगाट) साईं कैंप में रही हैं, लेकिन उन्हें भी अच्छा खाना नहीं मिला। इसलिए चारों बहनें अपना अलग ही खाना बनाती थीं। ताकि वे कुश्ती के लिए अपने शरीर को स्वस्थ रख पाएं। अभी भी खाने का यही हाल है।
डर के साए में खिलाड़ी और कोच
उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत करने की हिम्मत ना तो खिलाड़ी जुटा पा रहे थे और ना ही कोच। हालांकि हरकतों की जानकारी सभी को थी। सभी डर के साय में थे। उन्हें डर था कि इसकी शिकायत करने पर शिकायत करने वाले के भविष्य को कुश्ती से अलग कर देगा। खिलाड़ी हो या कोच उन्हें कुश्ती से निकाल देगा। इसलिए शिकायत नहीं कर पाते।
गीता फोगाट ने सभी को समर्थन देने की अपील की
गीता फोगाट ने ट्वीट किया कि हमारे देश के पहलवानों ने बहुत हिम्मत का काम किया है। WFI में जो खिलाड़ियों के साथ होता है उस सच को सामने लाना है। हम सब देशवासियों का फर्ज बनता है कि इस सच की लड़ाई में खिलाड़ियों के साथ दें और उनको न्याय दिलाएं।
बबीता ने दिया समर्थन
बबीता फोगाट ने ट्वीट कर लिखा कि कुश्ती के इस मामले में वे सभी साथी खिलाड़ियों के साथ खड़ी हैं। साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया कि इस विषय को सरकार से हर स्तर पर उठाने का काम किया जाएगा। खिलाड़ियों की भावनाओं के अनुरूप ही आगे का भविष्य तय होगा