पाक-अधिकृत कश्मीर में हालात भले ही नियंत्रण में है, लेकिन तनाव अभी भी बरकरार है। कई इलाकों में सुरक्षा बलों की भारी तैनाती है, जबकि स्थानीय संगठन यह साफ कर चुके हैं कि वे केवल अस्थायी रूप से पीछे हटे हैं। जिससे यह माना जा रहा है कि वहां शांति कभी भी टूट सकती है।

पाक-अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आंदोलनकारी और पाकिस्तान सरकार के बीच हुए समझौते के बाद हालात भले ही फिलहाल नियंत्रण में दिख रहे हों, लेकिन जमीनी तनाव अब भी गहराया हुआ है। मुजफ्फराबाद, रावलकोट और कोटली जैसे इलाकों में सुरक्षा बलों की भारी तैनाती है, जबकि स्थानीय संगठन यह साफ कर चुके हैं कि वे केवल अस्थायी रूप से पीछे हटे हैं। इस समझौते के बावजूद बिजली दरों, गेहूं सब्सिडी और प्रशासनिक अधिकारों को लेकर असंतोष कायम है। स्थानीय मीडिया का कहना है कि यह थोपी गई शांति किसी भी वक्त फिर से टूट सकती है।