भारतीय नौसेना की समंदर में सर्जिकल स्ट्राइक जारी है. नेवी 14 दिसंबर 23 से ‘ऑपरेशन संकल्प’ चला रही है और 23 मार्च 2024 को इस समुद्री सुरक्षा अभियान के 100 दिन पूरे हो गए हैं. गौरतलब है कि हाल ही में हिंद महासागर और अरब सागर से लेकर अदन की खाड़ी तक अपने दबदबे की मिसाल पेश की थी. नौसेना ने 16 मार्च को व्यापारिक जहाज एमवी रुएन को समुद्री लुटेरों के चंगुल से छुड़ा लिया था और साथ ही 35 सोमालियाई समुद्री लुटेरों को हिरासत में लिया था.
इन 100 दिनों में नौसेना ने समंदर में घटी 18 घटनाओं पर एक्शन लेते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है. इसी के साथ उसने हिंद महासागर क्षेत्र में ‘फर्स्ट रेस्पॉंडर’ का टैग हासिल करते हुए ‘पसंदीदा सुरक्षा भागीदार’ के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. बीते 100 दिनों में नौसेना के जहाजों, लड़ाकू विमानों और स्पेशल फोर्स ने समुद्री सीमा को सुरक्षित करने के लिए दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन किया है.
दुनियाभर के समुद्री व्यापार पर मंडरा रहे खतरों को भांपते हुए भारत की नौसेना ने तीन क्षेत्रों खासकर अदन की खाड़ी और आसपास के इलाके, अरब सागर और सोमालिया के पूर्वी तट पर समुद्री सुरक्षा अभियान चलाया है. 23 दिसंबर से चल रहे ऑपरेशन संकल्प में समुद्री क्षेत्र में खतरों से निपटने के लिए भारत ने 5000 से अधिक कर्मियों की तैनाती की है. 21 से अधिक जहाज तैनात किए गए हैं. इस दौरान के भारत फाइटर विमानों ने 900 घंटे की उड़ान भरी है.