नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) ने इतिहास, नागरिक शास्त्र, राजनीति विज्ञान और हिन्दी की किताबों से कई चैप्टर और जानकारियां हटा दी हैं। इसमें मुगलों, महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे, 2002 के गुजरात दंगे, इमरजेंसी, शीतयुद्ध और नक्सली आंदोलन से जुड़े फैक्ट शामिल हैं।
सरकार के इस फैसले का विपक्ष ने विरोध किया है। विपक्ष का आरोप है कि केंद्र सरकार बदले की भावना से किताबों में दिए गए ऐतिहासिक तथ्यों की लीपापोती कर रही है। विपक्ष के आरोपों के बाद शिक्षा मंत्रालय शनिवार को कहा है कि 25 एक्सपर्ट्स और CBSE के 16 टीचर्स की सलाह के बाद ही सिलेबस को रैशनलाइज (युक्तिसंगत) बनाया है। जो हटाया है, उसे वापस नहीं लाएंगे।