इसकी अधिसूचना देर रात जारी की गई। इसके साथ ही मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण का रास्ता साफ हो गया। ज्ञात हो कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने केंद्र को राष्ट्रपति शासन हटाने की सिफारिश भेजी थी।
जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन हटा लिया गया है। इसकी अधिसूचना देर रात जारी की गई। इसके साथ ही मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण का रास्ता साफ हो गया। ज्ञात हो कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने केंद्र को राष्ट्रपति शासन हटाने की सिफारिश भेजी थी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 19 अक्तूबर तक तीन देशों की यात्रा पर रवाना होने से पहले अधिसूचना को मंजूरी दी। अब उपराज्यपाल नई सरकार के गठन के लिए नेशनल काॅन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला को जल्द न्याेता दे सकते हैं।
उमर अब्दुल्ला के शपथ समारोह से एकता का संदेश देगा गठबंधन
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के पहले शपथ ग्रहण समारोह से इंडिया गठबंधन एकजुटता और मजबूती का संदेश देने की तैयारी में है। उमर अब्दुल्ला के शपथ ग्रहण समारोह में इंडिया गठबंधन के बड़े नेताओं के साथ ही कई राज्यों के सीएम को न्योता भेजा जा सकता है।
सूत्र बताते हैं कि इंडिया गठबंधन नेकां-कांग्रेस की जीत को भाजपा के एजेंडा को ही हार के रूप में प्रस्तुत करना चाहता है। ऐसे में नेकां उमर अब्दुल्ला के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए इंडिया गठबंधन के बड़े नेताओं से संपर्क साध रही है। नेकां से जुड़े सूत्रों के अनुसार कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे के साथ ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नाम न्योता वाली सूची में शामिल हैं।
आप के नेता अरविंद केजरीवाल को भी बुलाया जा सकता है। हालांकि, ये सारे नाम नेकां मुखिया डॉ. फारूक अब्दुल्ला तय कर रहे हैं। नेकां के एक जिम्मेदार पदाधिकारी का कहना है कि सूची तैयार है। शपथ ग्रहण की तिथि तय होते ही सभी मेहमानों को समारोह में शामिल होने का न्योता भेजा जाएगा।