कर्नाटक के दावणगेरे में एक कॉलेज के दो स्टूडेंट्स ने सुसाइड कर लिया। दरअसल दो महीने पहले दोनों का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें दोनों कॉलेज की छत पर आपत्तिजनक स्थिति में दिख रहे थे। वीडियो की वजह से बदनामी हुई और तंग आकर दोनों ने जान दे दी। वीडियो वायरल करने वाला व्यक्ति कोई अनजान था।
आपकी जानकारी के बिना क्या किसी को आपकी फोटो लेने या वीडियो बनाने का हक है इस पर आज बात करेंगे। कानून को समझेंगे। इसके साथ ये जानेंगे कि अगर आपके परिवार में किसी के साथ इस तरह की घटना घट जाए, तब आप उससे कैसे डील कर सकते हैं।
सबसे पहले समझ लीजिए निजता यानी प्राइवेसी से जुड़े 4 पॉइंट
राइट टु प्राइवेसी: आपकी रोजमर्रा की जिंदगी में किसी दूसरे का दखल न देना ही राइट टु प्राइवेसी है। यह हर व्यक्ति का संवैधानिक अधिकार है। आपकी या हमारी जिंदगी में कुछ प्राइवेसी यानी निजी पल और चीजें हैं, उसमें कोई और दखल नहीं दे सकता।
सम्मान: हम किसी अनजान व्यक्ति का वीडियो या फोटो लेकर वायरल कर दें, तो ये कानून की नजर में अपराध होगा। ऐसा करने से उस व्यक्ति की डिग्निटी यानी सम्मान को ठेस पहुंचेगी। भारत के हर नागरिक को सम्मान के साथ जीने का अधिकार है।
सोशल हार्म: किसी व्यक्ति का वीडियो या फोटो वायरल करने पर उसे सोशल हार्म होगा। यानी इससे उसका मान-सम्मान गिरेगा। यह भी एक अपराध है।
एम्बैरेसमेंट: किसी को वीडियो या फोटो के जरिए मानसिक या किसी भी तरीके से एम्बैरेस करना यानी शर्मिंदा करना गलत है।
सवाल: स्कूल-कॉलेज, मॉल, रोड या पब्लिक प्लेस पर कोई आपसे बिना पूछे आपका वीडियो बनाता है तो क्या आप उसकी शिकायत कर सकते हैं?
जवाब: हां, बिल्कुल शिकायत कर सकते हैं। अगर किसी ने आपको बिना बताए आपकी फोटो, वीडियो, पर्सनल जानकारी पोस्ट की है या आपका वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया है (निजी या संवेदनशील सिचुएशन वाला), तो आप उसे हटाने के लिए कह सकते हैं।
अगर आप वीडियो बनाने वाले व्यक्ति तक पहुंच नहीं पा रहे, या फिर उसने वीडियो हटाने से मना कर दिया है, तब आप पुलिस से इसकी शिकायत कर सकते हैं। शेयर किए जाने वाले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर रिपोर्ट का ऑप्शन रहता है। उस पर जाकर तुंरत शिकायत करें।
सवाल: सोशल मीडिया पर फोटो-वीडियो शेयर होने की शिकायत को कोई नहीं सुन रहा या पुलिस के पास जाने से डर रहे हैं, तब क्या करें और कहां जाएं?
जवाब: पुलिस के पास जाने से कतरा रहे हैं तो साइबर फोरेंसिक एक्सपर्ट की मदद लें।
साइबर लॉ एक्सपर्ट सोनाली गुहा कहती हैं कि अगर किसी की फोटो-वीडियो कहीं वायरल हो गई है और वह व्यक्ति पुलिस के पास जाने से बच रहा है तो वह किसी फोरेंसिक एक्सपर्ट की सहायता ले सकता है। एक्सपर्ट उस वेबसाइट को डाउन करने में आपकी मदद करेंगे, जहां वीडियो या फोटो वायरल हुई है।
इसके साथ ही साइबर फोरेंसिक एक्सपर्ट कुछ एआई स्कैनिंग टूल्स का इस्तेमाल करके यह भी बता देंगे कि आपकी शक्ल से मिलते-जुलते चेहरे की फोटो और वीडियो कहां-कहां और किस समय पर अपलोड हुए हैं।
यह एक तरीके का फेस डिटेक्शन सिस्टम होता है। ये आपकी वायरल फोटो-वीडियो को आईडेंटिफाई करने में मदद करता है।
सवाल: बिना पूछे फोटो-वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने पर क्या सजा मिलती है?
जवाब: IT अधिनियम, 2000 की धारा 66E गोपनीयता के उल्लंघन से जुड़ी है। इसके तहत किसी भी व्यक्ति की मंजूरी के बिना उसके प्राइवेट एरिया या फिर उसकी फोटो या वीडियो बनाना, फिर इसे सोशल मीडिया पर शेयर करना दंडनीय अपराध है।
IT अधिनियम, 2000 की धारा 67 इलेक्ट्रॉनिक रूप में अश्लील कंटेंट के प्रसारण पर रोक लगाती है। इसमें ऐसा कोई भी कंटेंट शामिल है, जो कामुक है और लोगों को भ्रष्ट करती है।
ऐसा करने वाला दोषी साबित होगा। इस स्थिति में उसे 3 साल तक की कैद और 2 लाख रुपए तक का जुर्माना या दोनों की सजा हो सकती है।
इसके अलावा अगर कोई व्यक्ति सोशल मीडिया पर अपमानजनक जानकारी शेयर करता है तो उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 499, 500 और 501 (आपराधिक मानहानि) का केस दर्ज किया जा सकता है।
सवाल: अगर कोई आपका वीडियो या फोटो वायरल कर दे, तो किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
जवाब: हिम्मत से काम लेते हुए, घबराएं नहीं और इन 5 पाइंट्स को फॉलो करें…
- अक्सर लोग डर जाते हैं और आत्महत्या की कोशिश करते हैं, ऐसा न करें।
- परिवार को पूरी बात बताएं, वो गुस्सा करेंगे, लेकिन वही मदद भी करेंगे।
- वायरल वीडियो या फोटो का स्क्रीनशॉट जरूर लें या उसे सेव कर लें।
- किसी सोशल मीडिया साइट पर आपको टैग किया गया है, तो खुद को अनटैग करें।
- पर्टिकुलर वेबसाइट पर जाकर वीडियो या फोटो डिलीट करने के लिए शिकायत करें।
सवाल: वीडियो-फोटो शेयर करने वाला डेटा डिलीट करने के बाद पकड़ा जाता है या नहीं?
जवाब: साइबर लॉ एक्सपर्ट सोनाली गुहा कहती हैं कि यदि कोई व्यक्ति प्राइवेट वीडियो-फोटो शेयर करने जैसे अपराध करके अपने फोन और लैपटॉप से डेटा डिलीट करने के बाद यह सोचता है कि वह पकड़ा नहीं जाएगा तो यह सोचना गलत है।
याद रखें कि फोरेंसिक और डिजास्टर रिकवरी के जरिए सारा डेटा रिकवर किया जा सकता है।
यह जरूर देखें कि जब भी इस डेटा की रिकवरी की जा रही हो, वहां एक एक्सपर्ट जरूर मौजूद रहे। जो यह सर्टिफिकेट दे कि निकाला गया डेटा इसी डिवाइस से प्राप्त हुआ है।
सवाल: क्या किसी भी डिवाइस में लगे कैमरे का गलत तरीके से इस्तेमाल हो सकता है?
जवाब: हां, बिल्कुल। आप जितने भी डिवाइस इस्तेमाल करते हैं वो इंटरनेट से कनेक्ट होता है इसलिए उनके कैमरे को गलत तरीके से इस्तेमाल आसानी से किया जा सकता है।
आपके डिवाइस का कैमरा हैक हो गया है इसे 7 तरीके से जानें
- जिस भी डिवाइस में कैमरा दिया जाता है, उनमें कैमरे के बगल में एक इंडिकेटर लाइट होती है। चैक करें कि कहीं वह बिना आपकी मर्जी के तो नहीं जल रही।
- अगर डिवाइस ऑन करते ही लाइट अपने आप ऑन हो जाती है तो आपके ब्राउसर एक्सटेंशन में प्रॉब्लम हो सकती है। एक-एक करके ब्राउसर एक्सटेंशन डिलीट करके पहचान सकते हैं कि किसमें प्रॉब्लम है।
- डिवाइस की एप्लीकेशन्स एक-एक कर खोल के देखें। जिस एप्लीकेशन्स को ऑन करते ही बिना परमिशन मांगे लाइट जल जाती है, उसके जरिए कैमरा हैक हो सकता है।
- टास्क मैनेजर पर जाकर देख सकते हैं कि वेबकैम चल रहा है या नहीं।
- सभी चीजें बंद करके वेबकैम खोल कर देखें। अगर यह पॉप अप आए कि आपका कैमरा पहले ही इस्तेमाल किया जा रहा है तो समझ जाएं कि कैमरा हैक हो चुका है।
- गैलरी में अगर कोई ऐसे वीडियो और फोटो हैं जो आपको याद ही नहीं हैं कि आपने कब ली तो समझ जाएं कि गड़बड़ है।
- मालवेयर स्कैन करके देखें। कई बार मालवेयर सॉफ्टवेयर के जरिए कैमरा हैक किया जाता है।
कैमरा हैकिंग से बचने के लिए अपनाएं ये 5 टिप्स
- अपने डिवाइस के कैमरे को किसी टेप वगैरह से ढंक दें। इसके लिए मार्केट में तरह-तरह के स्टिकर भी अवेलबल हैं।
- ध्यान दें टेप को लगाने से आपके डिवाइस को बंद करने में कोई परेशानी नहीं आनी चाहिए।
- एक अच्छा और विश्वसनीय एंटी वायरस इस्तेमाल करें।सस्ते के चक्कर में न पड़ें।
- अनजान लिंक पर क्लिक न करें। अनजान सोर्स से ऐप डाउनलोड करने से बचें।
- सिक्योर वाई-फाई का ही इस्तेमाल करें।
अब इस घटना के साइकोलॉजिकल पहलू को जानते हैं साइकेट्रिस्ट प्रीतेश गौतम से
अपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के बाद एक व्यक्ति की मनोस्थिति ऐसी नहीं रहती कि वो वीडियो डिलीट करवाएं या उसकी शिकायत साइबर सेल में करें। ऐसे में आपके आसपास अगर कोई ऐसी घटना घट रही हैं तो व्यक्ति को खराब मनोस्थिति से निकालने में आसपास के लोगों का रोल महत्वपूर्ण है।
सवाल: ऐसे व्यक्ति का दिमाग कैसे रिएक्ट करता है?
जवाब: जब कोई ऐसा सदमा लगता है कि व्यक्ति की मनोस्थिति निर्णय लेने की क्षमता खो देती है। वो व्यक्ति खुद से सवाल पूछता है और खुद ही उसका जवाब ढूंढता है। और जब आपका दिमाग ट्रॉमा की वजह से खुद ही कन्फ्यूज है ताे गलत ही फैसले लेता है।
इसे साइकिक ट्रॉमा कहते हैं, इसमें माइंड और बॉडी दोनों अलग तरह से रिएक्ट करते हैं। स्ट्रेस हार्मोन बाहर निकलता है जो सही सोचने नहीं देता।
सवाल: गलत कदम न उठाए वो व्यक्ति, ऐसी सिचुएशन में परिवार और दोस्तों को क्या करना चाहिए?
जवाब: जब व्यक्ति जिसका वीडियो या फोटो वायरल हुआ वो सही सोच नहीं पा रहा है तब उसकी मदद परिवार और दोस्त ही मदद करते हैं। दरअसल सोशल प्रेशर की वजह से वो व्यक्ति खुद को विक्टिम मानने लगता है। उसे लगता है कि उसकी वजह से सबकी इज्जत चली गई। सब उससे नफरत कर रहे होंगे। इस फीलिंग की वजह से व्यक्ति के मन में मरने का ख्याल आता है। इसी फीलिंग से उसे परिवार और दोस्त बचा सकते हैं। उसे घटना को भूलने में मदद कर सकते हैं। उसकी जगह साइबर सेल और पुलिस में शिकायत कर सकते हैं। इसलिए उस व्यक्ति को परिवार और दोस्त इस बात का एहसास सबसे पहले कराएं कि वो उसके साथ हैं। उसे ताना न दें। जिंदगी नए सिरे से जीने में मदद करें।