सीएम योगी बरसाने में रंगोत्सव का शुभारंभ करने पहुंचे। इस दौरान उनके संबोधन में न तो राजनीति थी और नाहीं कूटनीति। उनका जिक्र विकास को लेकर रहा। इस दौरान उन्होंने ब्रजवासियों को होली की बधाई दी और फूलों की होली खेलकर सभी का दिल जीत लिया।

मथुरा के बरसाने में रंगोत्सव का शुभारंभ करने आए सीएम योगी ने बस ब्रज की रीति निभाई। उन्होंने अपने भाषण में राजनीति का कोई जिक्र किया और न ही कोई कूटनीति अपनाई। सीधे राधा रानी का आशीर्वाद लेने पहुंचे और होली की बधाई देते हुए फूलों की होली भी खेली। उनकी बातों में जहां काशी, अयोध्या और प्रयागराज का जिक्र दिखा तो वहीं ब्रज के विकास की फिक्र भी नजर आई।
सीएम योगी अपने राजनीतिक विरोधियों पर सीधे प्रहार के लिए जाने जाते हैं। लेकिन शुक्रवार को जब सीएम योगी बरसाना आए तो अंदाज सधा हुआ था। आमतौर पर सीएम के जो तेवर देखने को मिलते हैं, बरसाना में उनका स्वरूप उलट नजर आया। मर्यादाओं से सदा मुक्त रहने वाले योगीराज श्रीकृष्ण की नगरी में सीएम योगी ने खुद को धर्म की मर्यादा में बांधकर रखा। बरसाने की परंपरा के अनुसार पहले राधा रानी मंदिर में दर्शन और पूजन किया और फिर मंदिर के शिखर से श्रद्धालुओं को होली की बधाई दी। यहां परंपरा के अनुसार श्रद्धालुओं पर फूल बरसाने के बाद वे रंगोत्सव का शुभारंभ करने राधा बिहारी इंटर कॉलेज परिसर पहुंचे।
यहां भी बस काशी, प्रयागराज और अयोध्या के विकास का जिक्र किया और ब्रज के विकास की फिक्र दिखाई। पूरे भाषण के दौरान वृंदावन बिहारी लाल, राधा रानी और यमुना मैया के साथ ही ब्रज का गुणगान करते रहे। इसके साथ ही यह भी विश्वास दिलाया कि अब ब्रज के विकास की बारी है। बात सिर्फ विकास तक ही सीमित रही, यहां भी सीएम ने पूर्व सरकारों और राजनीतिक दलों की कोई बात नहीं की। ब्रजवासियों को संबोधित करते हुए सीएम ने कई बार महाकुंभ के दिव्य और भव्य आयोजन का जिक्र किया, लेकिन यहां भी उन्होंने महाकुंभ के आयोजन पर सवाल खड़े करने वाले राजनीतिक विरोधियों पर कोई निशाना नहीं साधा। उनका पूरा भाषण राजनीतिक और कूटनीति से दूर ब्रज की आस्था और विकास पर केंद्रित रहा। इससे सीएम का संदेश साफ है कि इधर-उधर की नहीं अब केवल ब्रज के विकास की ही बात होगी।