अपने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन पीएम मोदी ने पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क के साथ साझा प्रेस वार्ता को संबोधित किया। पीएम मोदी ने इस दौरान पोलैंड का 2022 में यूक्रेन संघर्ष के दौरान मदद के लिए आभार भी जताया है।
पीएम मोदी ने अपने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क के साथ साझा प्रेस वार्ता को संबोधित किया। वहीं पोलैंड के पीएम के संबोधन पर प्रतिक्रिया देते हुए पीएम मोदी कहा- मैं प्रधानमंत्री टस्क के इस सुंदर शहर वारसॉ में उनके शब्दों और गर्मजोशी से भरे स्वागत के लिए उनका बहुत आभारी हूं। भारत-पोलैंड मैत्री को मजबूत करने के लिए आपके अमूल्य प्रयास वास्तव में सराहनीय हैं। मैं आपके योगदान के लिए तहे दिल से आपका धन्यवाद करता हूं। प्रधानमंत्री ने डोनाल्ड टस्क से कहा आप लंबे समय से भारत के अच्छे मित्र रहे हैं। भारत और पोलैंड की मित्रता को मजबूत करने में आपका बहुत बड़ा योगदान है।
यूक्रेन संकट में पोलैंड ने दिखाई उदारता- पीएम
पीएम ने अपने संबोधन में कहा आज 45 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने पोलैंड का दौरा किया है। मेरे तीसरे कार्यकाल की शुरूआत में ही मुझे ये सौभाग्य मिला है। इस अवसर पर मैं पोलैंड की सरकार और यहां के लोगों का विशेष आभार व्यक्त करता हूं। 2022 में यूक्रेन संकट के दौरान फंसे हुए भारतीय छात्रों को निकालने के लिए आपने जो उदारता दिखाई, उसे हम भारतवासी कभी नहीं भूल सकते हैं।
हम मना रहे राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ’
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा आज का दिन भारत और पोलैंड के संबंधों में विशेष महत्व रखता है। इस वर्ष हम अपने राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। इस अवसर पर हमने संबंधों को रणनीतिक साझेदारी में परिवर्तित करने का निर्णय लिया है। भारत और पोलैंड के संबंध लोकतंत्र और कानून का राज जैसे साझा मूल्यों पर आधारित हैं। भारत और पोलैंड अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी करीबी तालमेल के साथ आगे बढ़ते रहे हैं। हम दोनों सहमत हैं कि वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में रिफॉर्म वर्तमान समय की मांग है।
आज का दिन दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण- टस्क
वहीं इससे पहले वारसॉ में पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने साझा प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा,आज का दिन हमारे दोनों देशों के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है। यह हमारे लिए बहुत सम्मान की बात है कि हम अपने देशों के बीच रणनीतिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ के अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री की मेजबानी कर रहे हैं। यह इस बात का प्रमाण है कि यह यात्रा बेहद महत्वपूर्ण है। निस्संदेह यह इस बात का प्रमाण है कि हमारे दोनों देशों के बीच संबंध बेहतर होते जा रहे हैं। यह पूरे क्षेत्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।