बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। यह एक जातीय बलूच अलगाववादी समूह है, जिसे आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है। बीएलए का आरोप है कि संघीय सरकार बलूचिस्तान के संसाधनों का दोहन कर रही है।
पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में भीड़भाड़ वाले रेलवे स्टेशन पर शनिवार को शक्तिशाली बम विस्फोट हुआ। इस दौरान में कम से कम 27 लोग मारे गए। धमाके में 62 अन्य घायल बताए जा रहे हैं। धमाका प्रांतीय राजधानी क्वेटा के रेलवे स्टेशन पर उस वक्त हुआ, जब यात्री पेशावर के लिए जाफर एक्सप्रेस के निर्धारित प्रस्थान से पहले प्लेटफॉर्म पर जमा हुए थे।
क्वेटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ऑपरेशन मुहम्मद बलूच ने कहा कि प्रारंभिक निष्कर्ष आत्मघाती बम विस्फोट की ओर इशारा करते हैं। विस्फोट में 27 लोग मारे गए। पीड़ितों की संख्या बढ़ भी सकती है। क्वेटा डिवीजन के आयुक्त हमजा शफकत ने कहा कि यह एक आत्मघाती हमला था। आत्मघाती हमलावर सामान के साथ स्टेशन पर ही था। हमारी तमाम मशक्कतों के बाद भी आत्मघाती हमला करने के इरादे से आने वाले व्यक्ति को रोकना मुश्किल होता जा रहा है।
बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। यह एक जातीय बलूच अलगाववादी समूह है, जिसे आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है। बीएलए का आरोप है कि संघीय सरकार बलूचिस्तान के संसाधनों का दोहन कर रही है, जबकि प्रांत के विकास की उपेक्षा की जा रही है। हालांकि, संघीय सरकार इन आरोपों को खारिज करती है।
रेलवे स्टेशन के बुकिंग कार्यालय में हुआ धमाका
प्रारंभिक रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि विस्फोट रेलवे स्टेशन के बुकिंग कार्यालय में हुआ। प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद के अनुसार, बचाव और कानून प्रवर्तन टीमों ने तुरंत मोर्चा संभाला और इलाके की घेराबंदी कर हालात पर काबू पाने की कोशिश की। घायलों और मृतकों को सिविल अस्पताल क्वेटा पहुंचाया गया।
प्लेटफॉर्म की छत को भी नुकसान पहुंचा
बताया गया कि अस्पताल में आपातकाल घोषित कर दिया गया है, जहां घायलों के इलाज के लिए अतिरिक्त चिकित्सा कर्मचारियों को बुलाया गया है। अधिकारियों ने बताया कि अब तक 46 घायलों को अस्पताल से बाहर निकाला जा चुका है। विस्फोट से प्लेटफॉर्म की छत को भी नुकसान पहुंचा है। इसकी आवाज शहर के कई इलाकों में दूर-दूर तक सुनाई दी।
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री ने हमले की निंदा की
इस बीच बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने हमले की निंदा करते हुए इसे निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाने वाला एक भयानक कृत्य करार दिया है। उन्होंने तत्काल जांच के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि आतंकी तेजी से नागरिकों, मजदूरों, महिलाओं और बच्चों को निशाना बना रहे हैं। हम जिम्मेदार लोगों को कतई नहीं बख्शेंगे।
आतंकवाद से जुड़ी घटनाओं में बढ़ोतरी
पाकिस्तान, खासकर बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों में पिछले एक साल में आतंकवाद से जुड़ी घटनाओं में बढ़ोतरी देखी गई है। सेंटर फॉर रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज (CRSS) के मुताबिक, चालू वर्ष की तीसरी तिमाही में पाकिस्तान में हिंसा में 90 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। इस दौरान दर्ज की गई 328 घटनाओं में नागरिकों, सुरक्षा कर्मियों और अपराधियों सहित कुल 722 लोग मारे गए, जबकि 615 अन्य घायल हुए। इनमें से 97% मौतें बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों में हुईं।