दिवाली से पहले 50 से ज्यादा परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूटा है. जैसलमेर की बस जलने का वीडियो भीतर से झकझोर देने वाला है. 20 लोगों का बस में फंसकर जिंदा जलना हृदयविदारक है. 16 लोग गंभीर रूप से झुलसे हैं. यह प्राइवेट बस जैसलमेर से जोधपुर जा रही थी जब 14 अक्टूबर को दोपहर बाद इसमें आग लग गई. दिन की रोशनी में आग धधकने लगी लेकिन कोई कुछ कर नहीं सका. हां, कुछ लोग वीडियो जरूर बना रहे थे. सड़क पर फायर चैंबर या कहें तंदूरी भट्टी की तरह आग ने सब कुछ जला दिया. कुछ विस्फोट की बातें हो रही हैं. सवाल यह है कि अक्सर स्लीपर बसों में आग क्यों लग जाती है? सेफ्टी के साथ खिलवाड़ कैसे हो जाता है और प्रशासन आंख बंद किए रहता है. यह घटना हर उस शख्स के लिए चेतावनी है जो आए दिन स्लीपर बस में ट्रवेल करते हैं.
यह बस केके ट्रेवल्स की थी. पांच दिन पहले ही इस रूट पर चलना शुरू हुई थी. इस AC बस को स्लीपर कोच में बदला गया था और अंदर कुछ ऐसा हुआ कि आग देखने के बाद भी लोग बाहर नहीं निकल सके. घटना को एक-एक करके समझने से साफ हो जाता है कि मंगलवार की दोपहर 3 बजे के करीब जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर क्या हुआ होगा.