जम्मू की एक अदालत ने देश विरोधी आर्टिकल लिखने को लेकर एक पत्रकार और रिसर्च स्कॉलर पर आरोप तय किए हैं। इन पर गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत आरोप लगाए गए। एक अधिकारी ने बताया कि NIA एक्ट के तहत नियुक्त किए गए स्पेशल जज अश्विनी कुमार ने गुरुवार को ये आरोप तय किए।
इस मामले में पत्रकार पीरजादा फहाद शाह और कश्मीर यूनिवर्सिटी के स्कॉलर अब्दुल अला फाजिली को गिरफ्तार किया गया था। अब्दुल फाजिली ने एक आर्टिकल ‘गुलामी की बेड़ियां टूट जाएंगी’ लिखा था। इस आर्टिकल को पत्रकार फहाद शाह ने अपनी वेबसाइट ‘कश्मीर वाला’ में छापा था।
आर्टिकल्स के जरिए आतंकवाद को बढ़ावा देते थे
मामले से जुड़े अधिकारी ने बताया, ये दोनों अपने आर्टिकल्स से आतंकवाद को बढ़ावा देते थे। आतंकवादियों का महिमामंडन करते थे। वे जम्मू-कश्मीर के युवाओं को कट्टरपंथ की राह पर धकेलना चाहते थे। वे उन्हें भड़काकर अलगाववादी और आतंकवादी संगठनों में शामिल कराना चाहते थे।
ये लोग आतंकवादियों और अलगाववादियों के पक्ष में एंटी-इंडिया नैरेटिव चला रहे थे। इसके लिए इन्हें विदेशी एजेंसियों और आतंकवादी संगठनों से फंडिग मिलती थी। जांच में पक्का हो गया कि आरोपी सीमा पार के अलगाववादियों के संपर्क में थे। वे कई लोकल आतंकवादियों से भी जुड़े हुए थे।