पहाड़ी राज्यों पर बर्फबारी से दिल्ली, मध्य प्रदेश, राजस्थान सहित कई राज्यों में ठंड बढ़ गई है। गुरुवार 16 नवंबर सुबह दिल्ली का न्यूनतम तापमान 11.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से दो डिग्री कम है।
राजस्थान के जयपुर में न्यूनतम तापमान 13.8 डिग्री सेल्सियस रहा। बुधवार 15 नवंबर की रात माउंट आबू में पारा 6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था। सीकर में 7.5 और चूरू में 9.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।
मध्य प्रदेश के भोपाल में पिछले 5 दिन के दौरान तापमान में 4.4 डिग्री की गिरावट आई। गुरुवार को भोपाल का न्यूनतम तापमान 15 डिग्री रहा। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक नवंबर के आखिरी हफ्ते तक उत्तर भारत के राज्यों में ठंड और बढ़ेगी।
दूसरी तरफ IMD ने केरल, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और नगालैंड में गुरुवार को बारिश का अलर्ट जारी किया। प्राइवेट वेदर एजेंसी स्काईमेट ने शुक्रवार दोपहर तक तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में भारी बारिश की संभावना जताई है।
तापमान गिरने से दिल्ली में प्रदूषण से राहत नहीं
दिल्ली में दीपावली के बाद प्रदूषण की स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। गुरुवार को लगातार चौथे दिन कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 के पार हो गया। सुबह 7 बजे दिल्ली के बवाना में AQI 442, जहांगीरपुरी में 441, आनंद विहार में 412, ITO में 412 और IGI एयरपोर्ट के पास 401 रिकॉर्ड किया गया।
बुधवार (15 नवंबर) को पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रदूषण को लेकर कहा था कि हवा की स्पीड कम हो गई है। तापमान में भी गिरावट हुई है। ऐसे में दीपावली पर पटाखों से जो प्रदूषण फैला था, वह आसमान में बना हुआ है। अगले दो-तीन दिनों तक प्रदूषण की स्थिति ऐसी ही रहेगी। इसके बाद ऑड-ईवन या कृत्रिम बारिश कराने पर विचार किया जाएगा।
दिल्ली की केजरीवाल सरकार 21-22 नवंबर को दिल्ली में पहली बार आर्टिफिशियल बारिश का प्लान तैयार कर रही थी। इसके लिए पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने 8 नवंबर को IIT कानपुर के वैज्ञानिकों के साथ बैठक की थी। इस बीच 9-10 नवंबर को बारिश हो गई। इससे प्रदूषण का स्तर 50 फीसदी कम हो गया था।
दिल्ली की केजरीवाल सरकार 21-22 नवंबर को दिल्ली में पहली बार आर्टिफिशियल बारिश का प्लान तैयार कर रही थी। इसके लिए पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने 8 नवंबर को IIT कानपुर के वैज्ञानिकों के साथ बैठक की थी। इस बीच 9-10 नवंबर को बारिश हो गई। इससे प्रदूषण का स्तर 50 फीसदी कम हो गया था।