राज्यसभा सांसद और शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत ने महाराष्ट्र में सत्ताधारी महायुति गठबंधन पर निशाना साधा है। उन्होंने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे और शिव सेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के एक साथ आने से मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस समेत सत्तारूढ़ महायुति के नेता घबरा गये हैं।
संजय राउत ने कहा कि महायुति नेता और देवेंद्र फडणवीस दोनों ठाकरे के एक साथ आने से परेशान हैं। उन्होंने फडणवीस के उद्धव ठाकरे को लेकर दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को अब रोने का कार्यक्रम शुरू करना चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र ने “हिंदी थोपे जाने के खिलाफ लड़ाई” जीत ली है। उन्होंने कहा कि दोनों ठाकरे भाइयों और अन्य सहयोगियों की एकता ने यह जीत हासिल की है।
संजय राउत ने कहा कि कई दक्षिण भारतीय राज्यों के नेताओं, खास तौर पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने जोर देकर कहा है कि वे केंद्र से लड़ सकते हैं। साथ ही हिंदी थोपने को उखाड़ फेंक सकते हैं।
बता दें कि उद्धव और राज ने शनिवार को संयुक्त रूप से मुंबई के वर्ली में ‘आवाज मराठीचा’ नामक एक विजय सभा का आयोजन किया था। इस समारोह के मंच पर दोनों ठाकरे भाई 20 साल बाद एक साथ नजर आए। इस विजय सभा में फडणवीस सरकार द्वारा राज्य के स्कूलों में कक्षा एक से हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में शामिल करने संबंधी दो सरकारी आदेशों को वापस लेने का जश्न मनाया गया।
इस दौरान उद्धव ने कहा कि हम साथ रहने के लिए साथ आए हैं। हम मिलकर मुंबई नगर निगम और महाराष्ट्र में सत्ता हासिल करेंगे। उन्होंने मराठी भाषा के मुद्दे से परे दोनों पार्टियों के बीच संभावित तालमेल का संकेत दिया।