अमेरिका में बर्फीले तूफान का कहर जारी है। देश के 50 में से 48 राज्यों के 20 करोड़ से ज्यादा लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। अब तक तूफान से जुड़ी घटनाओं में 38 लोगों की मौत हो चुकी है। इसका सबसे ज्यादा असर न्यूयॉर्क, नॉर्थ कैरोलिना, वर्जीनिया और टेनेसी में है।
चार दिन से जारी भारी बर्फबारी से कई शहरों के हालात बदतर हो गए हैं। लोग घरों, कारों और रेस्टोरेंट में कई घंटों से फंसे हुए हैं। सड़क, रेल और हवाई यातायात पूरी तरह से ठप हो गए हैं। चार दिन में अमेरिका में 12 हजार फ्लाइट कैंसिल की जा चुकी हैं। इस तूफान का असर अमेरिका के अलावा कनाडा में भी है। जहां भारी बर्फबारी के कारण बस फिसलकर पलट गई। इस हादसे में अब तक 4 लोगों की जान जा चुकी है।
कई शहरों की बिजली गुल, कारोबार ठप
तूफान से बिजली की लाइनों को नुकसान हुआ है और कई शहरों में बिजली गुल है। पूरे अमेरिका में हजारों कारोबारियों का कामकाज ठप हो गया है। कई शहरों में तापमान शून्य से -42 डिग्री तक पहुंच गया है। इधर, कनाडा में तूफान से चार लोगों की मौत हो चुकी है। मेक्सिको में भी तूफान का असर देखा जा रहा है। तूफान के इन वीडियो से हालात का अंदाजा लगाया जा सकता है…
बर्फ में दबे रनवे, 4 दिन में 12 हजार फ्लाइट्स कैंसिल
खराब मौसम की वजह से अमेरिका में 4 दिन में 12 हजार से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई हैं। कई एयरपोर्ट्स के रनवे तक बर्फ में दब चुके हैं। इस वजह से लोग अपने घर जाकर क्रिसमस नहीं मना सके। उन्हें एयरपोर्ट के फर्श पर सोकर रात बितानी पड़ी। कार से ट्रैवल कर रहे कई लोग बीच रास्ते में ही फंस गए।
कहीं 8 फीट बर्फ की चादर, कहीं बाढ़ में डूबे शहर
साइक्लोन ने 3 हजार 200 किलोमीटर के इलाके को अपनी चपेट में लिया है। अमेरिका के मोंटाना शहर में शनिवार को पारा -42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। वहीं, न्यूयॉर्क स्टेट के शहर बफेलो में 8 फीट बर्फ की चादर बिछ गई। अमेरिका-मेक्सिको बॉर्डर पर लोग सर्दी से बेहाल हो गए हैं। कई जगहों पर बाढ़ जैसे हालात भी देखे गए।
बर्फ से बिजली लाइनें टूटीं, अंधेरे में डूबे शहर
भारी बर्फबारी की वजह से कई जगह बिजली की हाईटेंशन लाइनों में स्पार्किंग हुई। इसके बाद बिजली की सप्लाई ठप हो गई और कई शहर अंधेरे में डूब गए। लोगों को क्रिसमस का त्योहार भी भारी सर्दी और अंधेरे के बीच ही मनाना पड़ा। सोमवार सुबह तक कई जगह बिजली सप्लाई बहाल नहीं हो पाई थी।
कुछ घंटों में जानलेवा हो जाता है बॉम्ब साइक्लोन
सर्दियों में आए इस तरह के भयंकर तूफान को बॉम्ब साइक्लोन कहा जाता है। इसे यह नाम इसलिए दिया गया है, क्योंकि तूफान आने के कुछ घंटों में ही पूरा इलाका लो प्रेशर एरिया में तब्दील हो जाता है। इससे इलाके में भारी बर्फबारी होती है और तेज बर्फीली हवाओं के साथ बारिश होती है। बॉम्ब साइक्लोन की गंभीरता कैटेगरी 1 चक्रवात जैसी ही होती है।
अमेरिका की 60% आबादी सर्दी से प्रभावित
नेशनल वेदर सर्विस के मुताबिक, इस वक्त अमेरिका की 60% आबादी, यानी 20 करोड़ लोग किसी न किसी विंटर वॉर्निंग से प्रभावित हैं। इनमें से 17.7 करोड़ लोगों को सर्द हवाओं की चेतावनी मिली है, 1.1 करोड़ लोगों को बर्फीली आंधी की वॉर्निंग मिली है, 6.5 करोड़ लोगों को तूफान और 5 लाख लोगों को गंभीर बर्फीले तूफान की चेतावनी मिली है।