हिट एंड रन कानून को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, “हम नया कानून लेकर आए। अब अगर नाबालिग वाहन चलाता है तो उसके माता-पिता को सजा मिलेगी। अब हमने जुर्माना भी डबल कर दिया है। लेकिन, मैं यह भी स्वीकार करता हूं कि सड़क सुरक्षा एक ऐसा मुद्दा है, जिसमें हमने सफलता हासिल नहीं की है।”
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ‘अमर उजाला संवाद’ हरियाणा के दूसरे दिन मंगलवार को चर्चा में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने हिट एंड रन कानून पर भी बात की। उन्होंने कहा, जब हादसा होता है तो जनता ट्रक और बस ड्राइवरों को निशाना बनाती है। हमने इसमें सुधार किया है। नाबालिग के गाड़ी चलाने के मामले में हमने सुधार किया है। हम सड़क सुरक्षा को लेकर काम कर रहे हैं। हमने ब्लैक स्पॉक चिह्नित किए हैं और उन जगहों पर सुधार किए हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को भी यातायात और सड़क सुरक्षा के नियमों को अपनाने होंगे।
हिट एंड रन कानून को लेकर उन्होंने आगे कहा, “हम नया कानून लेकर आए। अगर नाबालिग वाहन चलाता है तो उसके माता-पिता को सजा मिलेगी। अब हमने जुर्माना भी डबल कर दिया है। लेकिन, मैं यह भी स्वीकार करता हूं कि सड़क सुरक्षा एक ऐसा मुद्दा है, जिसमें हमने सफलता हासिल नहीं की है। पांच लाख हादसे हो रहे हैं। डेढ़ लाख मौतें हो रही हैं। तीन लाख लोग घायल हो रहे हैं। हमने करीब 40 हजार करोड़ खर्च करके ब्लैक स्पॉट में सुधार किए हैं। हमने डीपीआर की कमी को भी सुधारा है।”
उन्होंने आगे कहा, “लोगों की आदत है कि वाहन कहीं भी घुसा देते हैं। रेड सिग्नल के बाद भी गाड़ी चलाते हैं। लेन पर वाहन चलाने के अनुशासन का पालन नहीं करते हैं। ड्राइविंग लाइसेंस को लेकर गंभीर नहीं हैं।” केंद्रीय मंत्री ने कहा, “मैं अभी ऑस्ट्रिया गया था। जैसे ही में सड़क पर खड़ा था तो सामने वाला वाहन रुक गया। इस प्रकार का अनुशासन, व्यवहार और संवेदनशीलता हमें हमारे नागरिकों में लाना पड़ेगा।”
‘सड़क सुरक्षा के लिए लोगों को अपना व्यवहार बदलना होगा’
सड़क नियमों के उल्लंघन पर भारी जुर्माने को लेकर गडकरी ने कहा, “लोगों में कानून का डर भी नहीं है और उनका सम्मान भी नहीं कर रहे हैं। कानून की गलती नहीं है। हम लोकतंत्र में देश के नागरिक हैं। हम अगर अपने कानूनों के प्रति सम्मान भी नहीं रखेंगे और डर भी नहीं रहेगा, तो कैसे होगा। हमारे समाज के व्यवहार को बदलना होगा। हमें कानून का सम्मान करना सीखना होगा।