एनएसए डोभाल ने राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे से मुलाकात के दौरान श्रीलंका और भारत के बीच चल रहे आर्थिक सहयोग पर चर्चा की। इसके अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर एनएसए सागला रत्नायका सागला रत्नायके से बात की।
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल कोलंबो सिक्योरिटी कॉन्क्लेव में हिस्सा लेने के लिए श्रीलंका पहुंचे। यहां उन्होंने 21 सितंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने समेत अन्य श्रीलंकाई नेताओं से मुलाकात की। साथ ही भारत-श्रीलंका आर्थिक सहयोग को लेकर बात की।
एनएसए डोभाल ने राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे से मुलाकात के दौरान श्रीलंका और भारत के बीच चल रहे आर्थिक सहयोग पर चर्चा की। इसके अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर एनएसए सागला रत्नायका सागला रत्नायके से बात की। इसके बाद डोभाल ने पीएम दिनेश गुणवर्धने से मुलाकात की। एनएसए अजीत डोभाल ने कहा कि भारत और श्रीलंका के पास आर्थिक सहयोग को मजबूत करने की काफी संभावनाएं हैं। यह द्विपक्षीय संबंधों के लिए लाभप्रद है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक डोभाल ने श्रीलंका के साथ सहयोग को बढ़ाने की भारत की इच्छा व्यक्त की। साथ ही प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर प्रधानमंत्री के विचार मांगे। इस पर प्रधानमंत्री गुणवर्धने ने ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग के लिए कहा। साथ ही वैकल्पिक ऊर्जा परियोजनाओं में सहयोग करने के लिए भारत को धन्यवाद दिया। वहीं डोभाल ने सुझाव दिया कि श्रीलंका अपनी घरेलू आवश्यकता से अधिक बिजली पैदा कर सकता है और भूटान की तरह अतिरिक्त बिजली भारत को बेचकर वित्तीय लाभ प्राप्त कर सकता है।
इसके बाद डोभाल ने भारतीय मूल के तमिलों के राजनीतिक दल के नेता मनो गणेशन से मुलाकात की। उन्होंने कहा हमने भारत और श्रीलंका की सुरक्षा पर चर्चा की। डोभाल ने कहा कि भारत श्रीलंका में किसी भी निर्वाचित सरकार के साथ मिलकर काम करेगा। इससे पहले डोभाल ने नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) के नेता और राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार दिसानायके से और मुख्य विपक्षी नेता साजिथ प्रेमदासा से भी मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने राजनीतिक संबंधों और राष्ट्रपति चुनाव से पहले मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की। इस दौरान एनएसए डोभाल ने मालदीव के एनएसए इब्राहिम लतीफ से भी मुलाकात की