18 मार्च। दिल्ली के इंदिरागांधी स्पोर्टस काम्पलैक्स मंे इन
दिनों विश्व महिला मुक्केबाजी का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन पर भी
विवाद उठाने शुरू हो गए है। इस बार विवाद एक ऐसी महिला खिलाडी को लेकर
खडा हुआ है, जोकि कुछ महीने पूर्व तक भारतीय चैंपियनशिपों में दिल्ली
राज्य का प्रतिनिधित्व करती रही। मगर कुछ माह के भीतर ही यह खिलाडी भारत
के पडोसी देश नेपाल की ओर से विश्व महिला मुक्केबाजी में खेलने के लिए
पहुंच गई। जहां उसने डोमोनिका देश की खिलाडी के खिलाफ अपने पहले मुकाबले
मंे जीत भी दर्ज कर ली।
इस जीत के बाद जैसे ही उसे विश्व महिला मुक्केबाजी देखने गए मुक्केबाजों
ने देखा तो पता चला कि यह महिला मुक्केबाज तो कुछ माह पूर्व तक दिल्ली का
प्रतिनिधित्व करती थी। नेपाल से कैसे खेल रही है। जबकि इंटरनेशनल
मुक्केबाजी एसोसिएशन के नियमों के अनुसार कोई मुक्केबाज तभी दूसरे देश से
खेल सकता है, जब उसके पास उस देश का पासपोर्ट हो ओर उसने पिछले देश से
अनापति प्रमाण पत्र लिया हो। इसके लिए कम से कम तीन साल का नियम बताया जा
रहा है। ऐसे में यह मामला धीरे-धीरे एक सनसनी के रूप मंे मुक्केबाजी जगत
मंे फैसलता चला गया।
सूत्रों की मानें तो नेपाल की ओर से खेलने वाली अंजनी तेली, दिल्ली की
तरफ से हेमलता के नाम से बाॅक्सिंग फेडरेशन आफ इंडिया द्वारा वर्ष 2021
हिसार में आयोजित राष्टृीय चैंपियनशिप मंे दिल्ली का प्रतिनिधित्व कर
चुकी है। यहीं नहीं उसने दिल्ली राज्य मुक्केबाजी में स्वर्ण पदक भी जीता
था। यह स्वर्ण उसने 52 किलोभार वर्ग में जगजीत कौर को हराने पर पाया
था,तभी वह राष्टृीय प्रतियोगिता में खेल सकी।
मजेदार बात यह है कि उक्त अंजनी तेली या हेमलता से दिल्ली की जिस
मुक्केबाज महिला जगजीत कौर को रजत पदक पर संतोष करना पडा था। उसी ने उसको
नेपाल का प्रतिनिधित्व करने पर अंजनी को पहचान लिया। हालांकि इस बात वह
भारतीय प्रतियोगिताओं के दौरान भी जगजीत कौर उस पर अपना विरोध जता चुकी
है। मगर हद तो जब हो गई जब अंजनी ने सभी नियमों को ताक पर रख भारतीय
राज्यों का प्रतिनिधित्व बदलने कि बजाए देश ही बदल डाला।
सूत्रों कि मानें तो जगजीत कौर ने जब इसकी जानकारी अपने सबंधित
मुक्केबाजी कोचों को दी तो पहले किसी ने भरोसा नहीं किया। मगर जब नेपाल
की तरफ से हेमलता उर्फ अंजनी को खेलता देखा तो चोरी की पता चल गया। जिसके
बाद जगजीत कौर के कोच ही नही, अन्य कोचों ने भी भारत सरकार के खेल
मंत्रालय, भारतीय बाॅक्सिंग फेडरेशन, भारतीय ख्रेल प्राधिकरण, खेलों
इंडिया आदि सबंधित विभागों को शिकायत की।
उक्त शिकायत को लेकर विभाग के लोग यह तो कह रहें है कि वह सही है, मगर उस
पर कोई कार्यवाही करने को तैयार नहीं है। ऐसे में अंजनी अगर विश्व महिला
मुक्केबाजी चैंपियनशिप मंे एक ओर मुकाबला जीत जाती है तो उसका क्वार्टर
फाइनल में भारतीय महिला मुक्केबाज से मुकाबला होगा। ऐसे में क्या अंजनी
के भारतीय मुक्केबाज से भिडने के उपरांत सभी विभागों के अधिकारी
कार्यवाही करेंगे। इस संबध में प्रत्येक विभागों को लिखित और फोन पर
शिकायत तो की, मगर किसी ने भी इस पर बात करना उचित नहीं समझा। फिलहाल
महिला खिलाडी मुक्केबाज और कोच सच्चाई को लेकर दरदर भटक रहें है यह सोच
कर कि कभी तो उनकी जीत होगी, या कहिए कि अधिकारियों के कानों में जू
रेगेंगी!
इस बाबत जब हमने हेमलता उर्फ अंजनी से फोन पर बात की तो उन्होंने बताया कि यह सही है 2021 मैं दिल्ली से खेली थी यह मेरा बॉक्सिंग का पहला टूर्नामेंट था इसमें मैंने पासपोर्ट अप्लाई करने वाला पर्चा दिखाया था जिसके बाद पासपोर्ट नहीं बना और मैं क्योंकि दिल्ली में पैदा हुई थी इसलिए दिल्ली से खेली थी क्योंकि मेरा परिवार नेपाल मैं रहता हूं पिता 20 वर्ष पहले दिल्ली आए थे लेकिन मेरे चाचा ताऊ सब नेपाल में आज भी रहते हैं मैं वापस चली गई नेपाल और अब मैं नेपाल से ही खेल रही हूं इस चैंपियनशिप में और नेपाल से ही मेरा पासपोर्ट बना हुआ है ,,,,,,,विजय कुमार