आज बुधवार को 13 दिसंबर की तारीख लोकसभा के काले इतिहास में दर्ज हो गई है. स्मोक अटैकर्स ने देश की सबसे सुरक्षित इमारत में कूद-फान मचाकर सभी को हैरानी में डाल दिया. शून्य काल के दौरन सांसदों से खचाखच भरी संसद उस वक्त सदमे में चली गई जब स्मोक अटैकर्स ने हमला बोला. दो आरोपियों ने अचानक सदन के अंदर कूदकर केन के जरिये धुआं फैला दिया. इस पूरी घटना का मास्टरमाइंड हिरासत में लिया गया सागर बताया जा रहा है. लेकिन सागर की मां से जब बेटे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने उसे गलत नहीं बताया.
सागर की मां ने क्या कहा..
संसद में स्मोक अटैक का रचयिता सागर ही था. चौंकाने वाली बात यह है कि सागर के मंसूबे के बारे में उसके परिवार वालों को जरा भी इल्म नहीं था. हमले के बाद ज़ी न्यूज ने सागर की मां से बात की तो उन्होंने अपने बेटे को गलत नहीं बताया. उन्होंने कहा कि मुझे मेरे बेटे पर विश्वास है, वो गलत नहीं कर सकता है. उन्होंने कहा कि अगर वह सही है तो उसे कोई कैद में नहीं रख सकता और अगर वह गलत है तो उसे कोई बचा नहीं सकता. मैं तो मां हूं.. लेकिन मेरे अलावा भी उसके साथ समय बिताने वाले लोग भी उसे गलत नहीं कह सकते. वो पड़ोसियों के साथ हमेशा मिलकर रहा, कभी उसका झगड़ा नहीं हुआ.
वहीं, सागर के पडोसियों ने बताया कि वह ई रिक्शा चलाता है. पिछले 15 साल से सागर और उसका परिवार लखनऊ में रहा है. पडोसियों ने भी कहा कि सागर काफी अच्छा लडका है. सागर की बहन ने बताया ने भी बताया कि उसका भाई कुछ दिन से ई रिक्शा चला रहा था और उसका किसी से भी झगड़ा नहीं था. उन्होंने कहा कि वो दिल्ली में धरना-प्रदर्शन करने गया था.
लोकसभा में स्मोक अटैक का मास्टरमाइंड
बता दें कि लोकसभा में स्मोक अटैक करने वालों में सागर शर्मा लखनऊ के मानक नगर के रामनगर इलाके का रहने वाला है. सागर के परिवार के सदस्यों ने पुष्टि की कि वह कुछ दिन पहले ‘दिल्ली में विरोध प्रदर्शन’ में भाग लेने के लिए घर से निकला था. परिवार वालों को संसद में हुई घटना में उसकी संलिप्तता के इरादे के बारे में कुछ भी नहीं पता था. सागर की नाबालिग बहन पायल शर्मा ने कहा, ‘मैंने अपने भाई को अपनी मां से यह कहते हुए सुना कि वह कुछ दिन पहले एक विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए दिल्ली जा रहा है.’ पायल ने कहा, ‘मेरा भाई ई-रिक्शा चलाता था. वह पहले बेंगलुरु में काम करता था.’