ईरान से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जिसने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है, ईरान की राजधानी तेहरान में सुप्रीम कोर्ट में दो जजों की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. इसके अलावा हमले में एक गार्ड घायल भी है, हमला करने वाले व्यक्ति ने गोली मारकर अपनी जान दे दी. हमले के बाद कोर्ट के आसपास की सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है.
रिपोर्ट के मुताबिक बताया कि इस गोलीबारी में न्यायाधीश मौलवी मोहम्मद मोगीसेह और न्यायाधीश अली रजिनी की मौत हो गई. इससे पहले 1999 में न्यायाधीश रजिनी की हत्या करने की कोशिश की गई थी. लेकिन वो प्रयास सफल नहीं हो पाया था, बता दें कि न्यायाधीश कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा चलाने और उन्हें कठोर सजा देने के लिये जाने जाते थे.
मोगीसेह के द्वारा पत्रकारों और इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को 127 साल जेल की सज़ा सुनाई गई थी, जिसकी वजह से अमेरिकी सरकार ने जज पर प्रतिबंध लगा दिया था. वहीं अली रजिनी ने कई वरिष्ठ पदों पर काम किया है, जिसमें तेहरान में रिवोल्यूशनरी कोर्ट के अभियोजक, तेहरान प्रांत के मुख्य न्यायाधीश, विशेषज्ञों की सभा के सदस्य, इस्लामिक गणराज्य के सशस्त्र बलों के न्यायिक संगठन के प्रमुख और पादरी के लिए विशेष न्यायालय के प्रमुख शामिल हैं.