विजय कुमार
नई दिल्ली, 23 फरवरी।भारत के शीर्ष धावक रविवार (25 फरवरी, 2024) को प्रतिष्ठित अपोलो टायर्स नई दिल्ली मैराथन के 9वें संस्करण में 19,000 से अधिक एथलीटों के साथ भाग लेंगे, वे इस साल होने वाले पेरिस ओलंपिक का टिकट जीतने की भी यहां से उम्मीद करेंगे।
आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट के गोपी टी (2:13:39), श्रीनु बी (2:14:59) और अनीश थापा (2:16:41) राष्ट्रीय रिकॉर्ड को ध्यान में रखते हुए इस आयोजन की तैयारी कर रहे हैं। इस प्रक्रिया में उन्हें ओलंपिक के लिए 2:08.10 का क्वालिफिकेशन मार्क भी हासिल करने की उम्मीद होगी।
निरमाबेन ठाकर (2:47:11) और अशिनी जाधव (2:56:41) दौड़ में अग्रणी महिला धावकों में से हैं।
इस लोकप्रिय दौड़ में िफटनेस स्टार सोहा अली खान के रूप में स्टार पावर भी शामिल होगी। इस लिस्ट में क्रिकेट स्टार इरफान पठान भी हैं।
एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया और फिट इंडिया के तत्वावधान में आयोजित अपोलो टायर्स नई दिल्ली मैराथन को देश की राष्ट्रीय मैराथन के रूप में मान्यता प्राप्त है। दिल्ली के सर्द मोसम के बीच ये मैराथन शहर के दिल से होते हुए हुमायूँ के मकबरे, लोधी गार्डन और खान मार्केट जैसे प्रतिष्ठित स्थलों से होकर गुजरेगी।
एनईबी स्पोर्ट्स की योजना के साथ, एनडीएम 289 शहरों, 27 राज्यों और 19 देशों के 19,000 प्रतिभागियों की एक प्रभावशाली मैराथन की मेजबानी करने के लिए तैयार है। फुल मैराथन के लिए 3000, हाफ मैराथन के लिए 7000, 10 किलोमीटर के लिए 5000 और 5 किलोमीटर के लिए 4000 धावकों के साथ ये भारतीय खेल के सबसे बड़े खेल आयोजन में से एक है।
अपोलो टायर्स लिमिटेड एशिया पेसिफिक, मिडल ईस्ट और अफ्रीका (एपीएमईए) के अध्यक्ष सतीश शर्मा खुद एक मैराथन धावक हैं।
इस बीच रेस के निदेशक नागराज अडिगा ने अपोलो टायर्स और एसिक्स जैसे प्रसिद्ध ब्रांड के साथ सहयोग करने के विशेषाधिकार के लिए आभार व्यक्त किया।
उनमें से साई विश्वनाथ मेमोरियल ट्रस्ट, भायाट एनजीओ और दृष्टिबाधित धावकों के लिए गाइड रनर्स खेलों में विविधता के पक्ष में एक साथ खड़े हैं। उत्तर प्रदेश के खेकड़ा के रहने वाले अंकुर धामा ने 5 साल की उम्र में अपनी दृष्टि खो दी थी। अपनी दृष्टिबाधितता के बावजूद अंकुर 25 दृष्टिबाधित धावकों के साथ 10 किलोमीटर दौड़ की चुनौती स्वीकार करेंगे। बेंगलुरु स्कूल ऑफ स्पोर्ट्स के चैंपियन इन कार्यक्रम से कोच के साथ 6 एथलीट राजदूतों की टीम भाग लेगी, जो एचआईवी के साथ रहने वाले युवाओं के कलंक और भेदभाव से निपटने के लिए अपने दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन करेगी। अनन्या ट्रस्ट, बेंगलुरु के “पॉजिटिव रनिंग प्रोग्राम” के लगभग 20 एचआईवी संक्रमित बच्चे भी इस कार्यक्रम में भाग लेंगे। जैसे ही वे दूरी तय करेंगे तो वे दूसरों के लिए एक उदाहरण पेश करेंगे।