भारतीय महिला निशानेबाज मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक खेलों में एक बार फिर शानदार प्रदर्शन करते हुए इतिहास रच दिया। उन्होंने महिलाओं के व्यक्तिगत 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में कांस्य पदक जीता था। अब मनु ने मंगलवार को सरबजोत सिंह के साथ मिश्रित टीम 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में भारत को एक और कांस्य पदक दिलाकर इतिहास रच दिया है। इस तरह मनु उन चुनिंदा भारतीय एथलीटों में शामिल हो गई हैं जिनके नाम एक से अधिक ओलंपिक पदक दर्ज हैं।
कोरियाई जोड़ी को दी मात
मनु और सरबोत की भारतीय जोड़ी ने कांस्य पदक के मुकाबले में दक्षिण कोरिया की ओह ये जिन और ली वोन्हो की जोड़ी को 16-10 से हराया। भारत ने कुल मिलाकर आठ राउंड जीते, जबकि कोरिया ने पांच राउंड में जीत हासिल की। इस स्पर्धा में पहले 16 अंक हासिल करने वाली टीम जीतती है।
मनु ने इतिहास में दर्ज किया नाम
मनु इसके साथ ही ओलंपिक में एक से अधिक पदक लाने वाली भारत की चौथी भारतीय एथलीट बन गई हैं। मनु से पहले नॉर्मन प्रिचर्ड, सुशील कुमार और पीवी सिंधू ऐसी कर चुकी हैं। इंग्लैंड के रहने वाले नॉर्मन प्रिचर्ड ने 1900 में 200 मीटर और 200 मीटर हर्डल में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए पदक जीते थे। सुशील ने लंदन 2012 में रजत पदक जीतने से पहले बीजिंग 2008 खेलों में कांस्य पदक जीता था। ऐसा करते ही वह स्वतंत्रता के बाद दो अलग-अलग ओलंपिक में एक से अधिक पदक जीतने वाले भारत के पहले व्यक्तिगत एथलीट बन गए थे। बैडमिंटन खिलाड़ी सिंधू ने 2016 रियो ओलंपिक में रजत पदक जीता। तब वह फाइनल में स्पेन की कैरोलिना मारिन से हार गई थीं। यह पहली बार था जब भारत ने ओलंपिक बैडमिंटन में रजत पदक जीता था। सिंधू ने बाद में टोक्यो 2020 में कांस्य पदक जीता था।
दो ओलंपिक पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला खिलाड़ी
मनु इसके साथ ही ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई हैं। सिंधू ने हालांकि यह उपलब्धि दो अलग-अलग ओलंपिक में दर्ज की है, जबकि मनु ने एक ही ओलंपिक में यह कारनामा किया है। मनु एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली देश की पहली महिला निशानेबाज बन गई हैं। मनु से पहले हालांकि नॉर्मन प्रिचर्ड ने 1900 के खेलों के दौरान एथलेटिक्स में दो रजत पदक जीते थे, लेकिन तब भारत ब्रिटिश शासन के अधीन था और नॉर्मन मूलत: ब्रिटिश थे।