हरियाणा के नूंह में हिंसा के बाद सरकार का बुलडोजर चलने लगा है। गुरुवार को नूंह के तावडू नगर की मोहम्मदपुर रोड स्थित हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की भूमि पर किए गए अवैध कब्जे को हटा दिया गया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक ये लोग भी 31 जुलाई को नूंह हिंसा में शामिल थे।
इस दौरान महिला पुलिस बल सहित रैपिड एक्शन फोर्स की 2 कंपनियों की मदद से अवैध रूप से बसाई गई कॉलोनी को कब्जा मुक्त कर दिया गया। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के मुख्य प्रशासक अजीत बालाजी जोशी के निर्देश पर यह है अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। जिसमें ड्यूटी मजिस्ट्रेट की जिम्मेदारी एसडीएम तावडू संजीव कुमार ने संभाले रखी। हालांकि कुछ महिलाओं ने इसका विरोध भी करना चाहा, लेकिन भारी पुलिस बल की मौजूदगी के चलते विरोध ठंडा पड़ गया।
बांग्लादेश से आए रोहिंग्या पर हिंसा का शक
पुलिस सूत्रों ने भास्कर को बताया कि इनमें बांग्लादेश से आए लोग अवैध तरीके से रह रहे थे और इनमें काफी सारे लोगों के हिंसा में शामिल होने की जानकारी मिली थी। जिनमें रोहिंग्या भी शामिल हैं। इसके बाद प्रशासन की तरफ से कार्रवाई की गई।