रविवार को ऑस्ट्रेलिया ने भारत को हराकर वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप की ट्रॉफी पर कब्जा जमा लिया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकतरफा अंदाज में हारने के बाद भारतीय टीम और इसकी लीडरशिप पर उठ रहे सवाल और भी मजबूत हो गए हैं। विराट कोहली और रोहित शर्मा पिछले एक दशक से ज्यादा समय से भारतीय क्रिकेट के दो सबसे बड़े स्टार हैं। साल 2016 के बाद हुए 6 ICC टूर्नामेंट में भारत ने इनकी कप्तानी में शिरकत की है, लेकिन कामयाबी किसी में भी नहीं मिली।
इन दोनों से पहले टीम के लीडर महेंद्र सिंह धोनी थे। उनकी अगुआई में भारत ने 3 ICC ट्रॉफी जीतीं। आखिरी खिताबी जीत 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी के रूप में आई थी। इसके बाद से ही भारत का ट्रॉफी कैबिनेट खाली है। धोनी अपनी कप्तानी के आखिरी तीन साल में कोई खिताब नहीं जिता पाए थे। उनके जाने के बाद भारतीय फैंस ने उम्मीद जताई थी कि विराट कोहली के आने से ट्रॉफी का सूखा खत्म होगा। कोहली के बाद यह आस रोहित शर्मा से बंधी, लेकिन दोनों ही खिताबी कामयाबी हासिल नहीं कर पाए।
इस खबर में हम जानेंगे कि विराट कोहली और रोहित शर्मा की बतौर कप्तान किस टूर्नामेंट में कैसी परफॉर्मेंस रही। यह भी जानने की कोशिश करेंगे कि 2023 वनडे वर्ल्ड कप से पहले क्या कप्तान बदला भी जा सकता है?
विराट की कप्तानी में दो फाइनल हारे
बतौर कप्तान मैच जीतने के लिहाज से कोहली का रिकॉर्ड शानदार रहा है, लेकिन वे टीम को बड़े टूर्नामेंट में कामयाब नहीं बना पाए। विराट ने 213 इंटरनेशनल मैचों में भारत की कप्तानी की और 135 में टीम जीती। सिर्फ 60 में हार का सामना करना पड़ा। 3 मैच टाई, 11 ड्रॉ और 4 नो रिजल्ट रहे। जीत और हार का औसत 2.250 रहा। यानी उनकी कप्तानी में भारत ने जितने मैच गंवाए उसके दोगुने से भी ज्यादा जीते। हालांकि कोई ICC टूर्नामेंट का खिताब जीतना कप्तान विराट के लिए सपना ही रह गया। हां, जूनियर लेवल पर उन्होंने अंडर-19 वर्ल्ड कप जरूर जीता है।
2017 में इंग्लैंड में हुआ चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट बतौर कप्तान विराट का पहला ICC टूर्नामेंट था। इसके फाइनल में भारत को पाकिस्तान के खिलाफ करारी शिकस्त मिली। इसके बाद 2019 वनडे वर्ल्ड कप में भारत सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से हारा। 2021 WTC फाइनल में भारत को न्यूजीलैंड ने ही हराया। 2021 टी-20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया सेमीफाइनल में भी नहीं पहुंच सकी। यानी विराट ने दो टूर्नामेंट के फाइनल तक भारत को पहुंचाया, लेकिन फिनिश लाइन पार नहीं कर सके।