दिल्ली में आवारा कुत्ते एक बहुत बड़ी समस्या बनते जा रहे हैं और इनकी आबादी दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है। अभी हाल ही में बसंत कुञ्ज में दो मासूम बच्चे इन आवारा कुत्तों का शिकार होकर जान गँवा चुके हैं। इससे पहले हैदराबाद ,इंदौर और कई अन्य शहरों से भी ऐसे खबरें आ चुकी है। ये आवारा कुत्ते दिन बी दिन सिर दर्द बनते जा रहे हैं। ये सुबह और शाम कुछ ज्यादा ही हमलावर हो जाते हैं और झुण्ड बनाकर लोगों पर हमला करते हैं। कुत्तों से बचने के लिए लोग अब डंडे लेकर चलने लगे हैं। बताया जाता है रोजाना सरकारी अस्पताल में 250 से 300 मामले कुत्तों के काटने के आ रहे हैं। इसके बावजूद भी प्रशासन इन्हें कंट्रोल करने को लेकर सीरियस नहीं है।
बताया जा रहा है कि इनमें कुछ गलती पशु प्रेमियों की भी है जो घर के बहार इन कुत्तों को खाना खिलते हैं। जब इन कुत्तों पर नगर निगम करवाई करता है तो ये पशु प्रेमी विरोध करने लग जाते हैं। इस समय महेंद्रा पार्क ,मुल्तानी मोहल्ला , ऋषि नगर, रानी बाग़ ,राजापार्क ,शकूरपुर ,हर्ष विहार,लोकविहार ,लोकविहार पार्क ,सरस्वती विहार ,पुण्डरीक विहार ,पीतमपुरा और आस पास की कॉलोनियों में कुत्तों ने आतंक मचा रखा है। कुत्तों के डर का आलम ये है कि घरों में काम करने वाली औरतों ने कुत्तों के डर काम करना ही छोड़ दिया है।