नॉर्थ-ईस्ट में भारत-चीन सीमा पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की 4 नई बटालियन को नॉर्थ-ईस्ट में तैनात किया जाएगा। इन्हें 47 नई चौकियों पर भेजा जाएगा। सबसे ज्यादा अरुणाचल प्रदेश की 34 पोस्ट पर इनकी तैनाती होगी।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने फरवरी में 7 नई बटालियन और बॉर्डर बेस बनाने की मंजूरी दी थी, जिससे ITBP फोर्स में 9400 कर्मियों की बढ़ोतरी हुई है। इन 7 में से 4 तैनाती के लिए तैयार हैं। बाकी 3 बटालियन को 2025 तक तैयार कर लिया जाएगा।
यह फैसला तब आया है, जब दोनों देशों के बीच सीमा विवाद पर दौलत बेग ओल्डी (DBO) और चुशूल एरिया में मेजर जनरल लेवल पर चर्चा हुई है। ये इसलिए भी मायने रखता है क्योंकि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग 9 से 10 सितंबर तक G-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने भारत आने वाले हैं।
स्टेजिंग कैंप क्या होते हैं
स्टेजिंग कैंप हिमालय के बॉर्डर पर लंबी दूरी की गश्त के दौरान ITBP को राशन, रसद और रहने की जगह मुहैया कराएंगे। स्टेजिंग कैंप टेम्परेरी BOP के रूप में काम करते हैं। साथ ही मुश्किल वक्त में बॉर्डर पर पोस्ट की दूरियों को कम करते हैं। नए सैनिकों को देश की उत्तरी सीमा पर 47 नए बॉर्डर आउट पोस्ट्स (BOP) और एक दर्जन स्टेजिंग कैंपों पर तैनात किया जाएगा।
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से 34 पोस्ट अरुणाचल प्रदेश में हैं, जहां इलाका बेहद मुश्किलों भरा है। बाकी पोस्ट वेस्टर्न एरिया में बनाए जाएंगे। फिलहाल यहां 180 BOP हैं। हर चौकी पर लगभग 140 सैनिकों की तैनाती है और हर 3 महीने में सेना का रोटेशन होता है।