विजय कुमार
नई दिल्ली, 29 सितंबर। आजादी के बाद पहले टेस्ट मैच के गवाह बनें रोशन आरा क्लब को बीती रात दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने सील कर दिया है। कमला नगर स्थित इलाके में स्थित 100 साल पुराने रोशनारा क्लब में पहला टेस्ट मैच लाला अमरानाथ की अगुवाई में खेला गया था।
1922 में अंग्रेजों ने रोशनआरा क्लब की स्थापना की थी, बताया जा रहा है कि क्लब की लीज खत्म होने के बाद कोर्ट ने इसे सील करने का आदेश दिया था। इस कार्यवाही के दौरान दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ के जवान मौजूद रहे। पुलिस बल ने किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया।
क्लब के महासचिव राजन मनचंदा ने बताया क्लब का 100 साल पुराना इतिहास है, तकरीबन 500 लोगों का रोजगार इससे जुड़ा हुआ है। डीडीए द्वारा सील की कार्रवाई के बाद रोशनआरा क्लब में काम करने वाले लगभग 450 कर्मचारी अचानक सड़क पर आ गए हैं। कर्मचारियों का कहना है कि उनको आज सुबह अचानक सील करने की कार्रवाई का पता चला।
राजन मनचंदा बताते हैं इसी क्लब में भारतीय क्रिकेट कंटृोल बोर्ड (बीसीसीआई ) की स्थापना हुई थी। रोशनआरा क्लब का इतिहास काफी यादगार रहा है। 1928 में बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ) की स्थापना सोसाइटी के तौर पर रोशनारा क्लब में ही हुआ था। इसी ग्राउंड पर भारत और इंग्लैंड के बीच साल 1931 में पहला अभ्यास मैच हुआ था। यहां अकसर डीडीसीए के रणजी मैचों का भी आयोजन किया जाता रहता है। आजादी के बाद भी यहां पहला टेस्ट मैच इंग्लैंड के ही साथ 1948 मंे खेला गया था। जिसके कप्तान आजाद भारत के लाला अमरनाथ थे।
वहां उपस्थित डीडीए और स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने क्लब को शांति पूर्वक सील करने की कार्यवाही की। इस दौरान उन्होंने वहां उपस्थित लोगो को माइक के माध्यम से क्लब खाली करने को भी कहा। बताया जा रहा है कि वर्ष 1922 में पहली बार क्लब की लीज रखी गई थी। वहीं प्रत्येक 30 वर्षो के बाद इसको रिव्यू किया जाता था। जिसमें 2012 से सितंबर 2023 तक बढाया गया था। ऐसे में लीज इसी माह समाप्त हो रही थी। जिसका नोटिस भी क्लब को दिया चुका था। मगर लीज ना बढने के कारण इसको सील कर दिया गया।
मनचंदा ने बताया कि कोर्ट के स्टे हमनें ले रखा हैं। हाईकोर्ट ने 6 अक्टूबर तक स्टे ऑर्डर लगाया था। लेकिन शुक्रवार सुबह अचानक बड़ी संख्या में डीडीए अधिकारी आए और क्लब बिल्डिंग को सील कर दिया. अब इस मामले को लेकर क्लब के पदाधिकारी हाईकोर्ट में अपील करेंगे। फिलहाल क्लब के चुनाव भी स्थागित कर दिए गए हैं। वहीं विभिन्न पदाधिकारी हाईकोर्ट में अपना पक्ष रखने के लिए वकीलों से बात कर रहें है। यहीं नहीं राजन मनचंदा डीडीसीए के भी निदेशकों में से एक है। फिलहाल इस पुराने क्लब की पहचान बनी रहेगी या फिर यहां कोई ओर खेला होगा यह आने वाला समय ही बता पाएगा।