फिलीपींस में मंगलवार को शक्तिशाली भूकंप दर्ज किया गया। जिनकी तीव्रता 6.9 रिक्टर स्केल पर मापी गई। भीषण भूकंप के चलते एक चर्च क्षतिग्रस्त हो गया और कुछ इलाकों में बिजली गुल हो गई। भूकंप के बाद अभी किसी भी तरह की सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की गई है। अभी तक किसी हताहत या व्यापक नुकसान की भी जानकारी नहीं मिली है।

भूकंप की तीव्रता इतनी थी कि लोग अपने घरों से बाहर निकल आए, कई इलाकों की बिजली गुम हो गई। भूकंप का केंद्र सेबू प्रांत के बोगो शहर से लगभग 17 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में था। फिलीपींस ज्वालामुखी और भूकंप विज्ञान संस्थान ने और झटकों व नुकसान की आशंका जताई है। मालूम हो कि फिलिपींस प्रशांत महासागर के रिंग ऑफ फायर पर स्थित है, जहां सबसे ज्यादा भूकंप आते हैं। स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि अभी तक किसी के हताहत होने या बड़े नुकसान की कोई तत्काल रिपोर्ट नहीं मिली है, लेकिन सेबू और आसपास के प्रांतों में निरीक्षण जारी है।
जानें क्यों आता है भूकंप?
धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी होती हैं। इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट। क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं। ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहते हैं। ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर कंपन करती रहती हैं और जब इस प्लेट में बहुत ज्यादा कंपन हो जाती हैं, तो भूकंप महसूस होता है।
जानिए भूकंप के केंद्र और तीव्रता का क्या मतलब है?
भूकंप का केंद्र वह स्थान होता है जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से धरती हिलने लगती है। इस स्थान पर या इसके आसपास के क्षेत्रों में भूकंप का असर ज्यादा होता है। अगर रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है