बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी) में पूर्व प्रधानमंत्री शेख़ हसीना के ख़िलाफ़ आरोप पत्र दाखिल किए जाने के साथ ही न्यायिक प्रक्रिया शुरू हो गई है.
उन पर लगे आरोप बीते साल जुलाई में हुए आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों पर की गई बर्बरता से जुड़े हैं.
बीते साल हुए आंदोलन के क़रीब आठ महीने बाद पहली बार हसीना के ख़िलाफ़ औपचारिक तौर पर किसी मामले की सुनवाई की प्रक्रिया शुरू हुई है. लेकिन औपचारिक रूप से आरोप तय होने के बाद ही यह प्रक्रिया आगे बढ़ेगी.
अभियोजन पक्ष ने रविवार को बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण में शेख़ हसीना सहित तीन लोगों के ख़िलाफ़ आधिकारिक तौर पर पांच आरोप दायर किए हैं. इसके आधार पर न्यायाधिकरण ने शेख़ हसीना और पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल के ख़िलाफ़ गिरफ़्तारी वारंट जारी किया है.