प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। हमेशा की तरह काशीवासियों के साथ ही प्रदेश एवं देशवासियों को 6611.18 करोड़ की 23 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास कर सौगात दी। कार्यक्रम के दौरान खेल सहित विभिन्न क्षेत्रों के लोगों का जुटान हुआ था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में लगभग साढ़े घंटे तक रहे। इस दौरान उन्होंने 6700 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और उद्घाटन किया। इसके साथ ही एक लाख युवाओं को राजनीति में हिस्सा देने की भी बात कही।
प्रधानमंत्री मोदी दोपहर लगभग 2 बजे वाराणसी पहुंचे। यहां यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सहित भाजपा के दिग्गज नेताओं ने पीएम की अगवानी की। एयरपोर्ट से बाहर निकलते ही ढोल-नगाड़ों और पुष्प वर्षा के साथ पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया गया। पीएम मोदी सभी का अभिवादन स्वीकार करते हुए सबसे पहले हरिहरपुर स्थित आरजे शंकरा आई हॉस्पिटल का उद्घाटन करने पहुंचे
रिंग रोड स्थित इस हॉस्पिटल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया गया। शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती ने पीएम को उपहार देकर उनका कुशलक्षेम पूछा।
आधुनिकता और आध्यात्मिकता का संगम है काशी : पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को वाराणसी में आरजे शंकरा नेत्र चिकित्सालय का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने काशीवासियों और पूरे पूर्वांचल को इस आधुनिक अस्पताल की सौगात मिलने पर बधाई दी। उन्होंने इसे काशी के लिए आधुनिकता और आध्यात्मिकता का संगम बताया और कहा कि भगवान शंकर की नगरी में स्थापित यह अस्पताल यहां के बुजुर्गों, बच्चों और गरीबों को बेहतर नेत्र चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि इस मिशन में शंकराचार्य का आशीर्वाद उनके साथ है और बाबा विश्वनाथ की कृपा से यह मिशन सफल होगा।
राकेश झुनझुनवाला की विरासत का उल्लेख
पीएम मोदी ने उद्योगपति राकेश झुनझुनवाला को भी याद किया। उन्होंने कहा कि झुनझुनवाला की व्यापार जगत में एक विशिष्ट पहचान थी, लेकिन वह सेवा कार्यों से भी जुड़े थे। उनकी विरासत को उनका परिवार आगे बढ़ा रहा है और यह अस्पताल उसी का एक प्रमाण है।
स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी भारत की नई राजनीति के पांच स्तंभ
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति पुरानी सोच और अप्रोच को पूरी तरह बदल दिया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी भारत की नई राजनीति के पांच स्तंभ हैं। पहला- बीमारी से पहले का बचाव, दूसरा- बीमारी की समय पर जांच, तीसरा- मुफ्त और सस्ता इलाज एवं दवाइयां, चौथा- छोटे शहरों में अच्छा इलाज और डॉक्टरों की उपलब्धता और पांचवां- टेक्नोलॉजी का विस्तार।
पीएम ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को बीमारी से बचाना सरकार की प्रमुख प्राथमिकता है, क्योंकि बीमारी गरीब को और गरीब बना देती है। बीते 10 वर्षों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं, लेकिन एक गंभीर बीमारी उन्हें फिर से गरीबी में धकेल सकती है। इसी कारण सरकार पोषक खानपान और टीकाकरण पर विशेष जोर दे रही है