भारत को निशानेबाजी में पदक की काफी आस है जो 12 साल का पदक का सूखा समाप्त करने के लिए तैयार हैं। ओलंपिक में पदार्पण करने वाले निशानेबाजों से भरी टीम पिछले प्रदर्शन के बोझ से मुक्त होकर निशानेबाजी प्रतियोगिता में होने वाली परीक्षा में सफल होने का लक्ष्य बनाएगी। भारत ने अभी तक निशानेबाजी में कुल चार ओलंपिक पदक जीते हैं लेकिन पिछले दो ओलंपिक में खाता खाली रहा जिससे रिकॉर्ड 21 सदस्यीय भारतीय दल पर उम्मीदों का अतिरिक्त दबाव बढ़ गया है।
भारतीय खिलाड़ी पेरिस ओलंपिक के पहले दिन शनिवार से ही अपना दम दिखाने उतरेंगे। शुरुआती दिन भारत के खिलाड़ी बैडमिंटन, निशानेबाजी, मुक्केबाजी, हॉकी, टेबल टेनिस, और टेनिस में चुनौती पेश करने उतरेंगे। भारत को निशानेबाजी में पदक की काफी आस है जो 12 साल का पदक का सूखा समाप्त करने के लिए तैयार हैं। आइए जानते हैं पहले दिन भारत का कार्यक्रम कैसा रहेगा
निशानेबाजी दल से रहेगी उम्मीद
ओलंपिक में पदार्पण करने वाले निशानेबाजों से भरी टीम पिछले प्रदर्शन के बोझ से मुक्त होकर निशानेबाजी प्रतियोगिता में होने वाली परीक्षा में सफल होने का लक्ष्य बनाएगी। भारत ने अभी तक निशानेबाजी में कुल चार ओलंपिक पदक जीते हैं लेकिन पिछले दो ओलंपिक में खाता खाली रहा जिससे रिकॉर्ड 21 सदस्यीय भारतीय दल पर उम्मीदों का अतिरिक्त दबाव बढ़ गया है।
सात्विक-चिराग की नजरें स्वर्ण पदक पर रहेंगी
सात्विकसाईराज रेंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की स्टार भारतीय जोड़ी ओलंपिक में शनिवार से शुरू होने वाली बैडमिंटन प्रतियोगिता के पुरुष युगल में स्वर्ण पदक की प्रबल दावेदार के रूप में शुरुआत करेगी। सात्विक-चिराग के लिए पेरिस भाग्यशाली साबित हुआ है। उन्होंने इस साल फ्रेंच ओपन में पुरुष युगल का खिताब जीता था। पुरुष एकल में एचएस प्रणय और लक्ष्य से भी पहली बार ओलंपिक खेलों में अपनी चुनौती पेश करेंगे। इन दोनों ने भी पदक को अपना लक्ष्य बनाया है। इन दोनों में से हालांकि एक ही पदक जीत सकता है क्योंकि ग्रुप चरण से आगे बढ़ने पर प्री क्वार्टर फाइनल में यह दोनों खिलाड़ी आमने-सामने होंगे। दूसरी ओर, महिला एकल में पीवी सिंधू लगातार तीसरा पदक जीत कर भारतीय खेलों में नया इतिहास रचने की कोशिश करेंगी।
मुक्केबाजी में लवलीना-निकहत से आस
विश्व चैंपियनशिप की पदक विजेता निकहत ज़रीन, लवलीना बोरगोहेन और निशांत देव ओलंपिक खेलों में शनिवार से शुरू हो रही मुक्केबाजी प्रतियोगिता में मुश्किल ड्रॉ से पार पाकर भारत को पदक दिलाने की कोशिश करेंगे। पेरिस ओलंपिक में भारत के छह मुक्केबाज भाग ले रहे हैं जिन्हें कठिन ड्रॉ मिला है। इनमें जरीन को पदक का मजबूत दावेदार माना जा रहा है।
बालाजी के साथ ओलंपिक में आखिरी जोर लगाएंगे बोपन्ना
भारतीय ओलंपिक दल के सबसे उम्रदराज खिलाड़ी 44 वर्षीय रोहन बोपन्ना के पास पिछले ओलंपिक की तरह मजबूत जोड़ीदार नहीं है, लेकिन पुरुष युगल में उनके साथ चुनौती पेश करने को तैयार अनुभवी एन श्रीराम बालाजी मुश्किल परिस्थितियों से लड़ना जानते हैं। ओलंपिक में भारत का पहला और एकमात्र टेनिस पदक 1996 में आया, जब लिएंडर पेस ने अटलांटा खेलों में एकल कांस्य पदक के साथ इतिहास रचा था।
पेरिस ओलंपिक में भारत का पहले दिन कार्यक्रम इस प्रकार है…
निशानेबाजी
– 10 मीटर एयर राइफल मिक्स्ड टीम क्वालीफिकेशन (दोपहर 12:30 बजे से)
– 10 मीटर एयर पिस्टल पुरुष क्वालीफिकेशन (दोपहर दो बजे से)
– 10 मीटर एयर पिस्टल महिला क्वालीफिकेशन (शाम चार बजे से)
रोइंग
– पुरुष एकल स्क्ल्सः (दोपहर 12:30 बजे से)
टेनिस
– पुरुष डबल्स शुरुआती दौर (दोपहर 3:30 बजे से)