पिछले दिनों बांग्लादेश में पुलिस और छात्र प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पें हुईं। जो विवादास्पद कोटा प्रणाली को समाप्त करने की मांग कर रहे थे। इसे लेकर बांग्लादेश कस्टम ड्यूटी विभाग के अधिकारी अवकाश पर चले गए थे। इसके बाद भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापार रुक गया था।
भारत-बांग्लादेश के बीच बुधवार से व्यापार फिर शुरू कर दिया गया। पड़ोसी बांग्लादेश में सरकारी नौकरी में आरक्षण के विरोध में हुई हिंसा को लेकर दो दिन के लिए दोनों देशों के बीच व्यापार बंद कर दिया गया था। अधिकारियों ने बताया कि बांग्लादेश कस्टम ड्यूटी विभाग ने काम फिर से शुरू कर दिया। वहां इंटरनेट की बहाली होने के बाद पेट्रापोल, गोजाडांगा, फुलबारी और महादीपुर समेत सभी बंदरगाहों से व्यापार शुरू कर दिया गया।
पिछले दिनों बांग्लादेश में पुलिस और छात्र प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पें हुईं। जो विवादास्पद कोटा प्रणाली को समाप्त करने की मांग कर रहे थे, जिसमें 1971 में बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम में लड़ने वाले सैनिकों के रिश्तेदारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण था। इसे लेकर बांग्लादेश कस्टम ड्यूटी विभाग के अधिकारी अवकाश पर चले गए थे। इसके बाद भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापार रुक गया था।
लैंड पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (पेट्रापोल) के प्रबंधक कमलेश सैनी ने बताया कि पेट्रापोल सीमा से बुधवार से व्यापार शुरू कर दिया गया। बेनापोल की ओर से कार्गो आवाजाही शुरू कर दी गई। पहले खराब होने वाले माल से लदे ट्रकों को प्राथमिकता दी गई। बेनापोल स्टाफ एसोसिएशन के महासचिव सजेदुर रहमान ने बताया कि 220 ट्रक पेट्रापोल से बांग्लादेश में दाखिल हुए। इनमें से 27 ट्रक बांग्लादेश पहुंचे।
पश्चिम बंगाल निर्यातक समन्वय समिति के सचिव उज्ज्वल साहा ने कहा कि पहले दिन भीड़भाड़ के चलते काफी ट्रक देरी से सीमा में दाखिल हुए। इसके कुछ दिनों में सामान्य होने की उम्मीद है। अधिकारियों ने कहा कि पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के बोनगांव स्थित पेट्रापोल दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा बंदरगाह है। यहां से भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापार होता है। औसतन 400-450 ट्रक सामान लेकर भारत से पेट्रापोल भूमि बंदरगाह को पार करते हैं, जबकि 150-200 ट्रक हर दिन बांग्लादेश से भारत आते हैं। सोमवार तक पेट्रापोल पर 800 ट्रक फंसे हुए थे।