एनडीआरएफ टीम ने गुरुवार 11 बजे तक 18 ग्रामीणों को रेस्क्यू किया है। करीब 20 वर्ष पहले आई बाढ़ के समय समदहा गांव के कटान पीड़ित शारदा नदी के पार बस गए थे। इस बार की बाढ़ में यह ग्रामीण फंस गए।
लखीमपुर खीरी में बाढ़ का कहर जारी है। शारदा-घाघरा नदियां उफनाने से करीब 150 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। धौरहरा तहसील के गांव रैनी समदहा के 250 ग्रामीण शारदा नदी के उस तलहटी में फंस गए। इसका पता चला तो प्रशासन ने बाढ़ से घिरे ग्रामीणों को रेस्क्यू कराना शुरू किया।
एनडीआरएफ टीम ने गुरुवार 11 बजे तक 18 ग्रामीणों को रेस्क्यू किया है। करीब 20 वर्ष पहले आई बाढ़ के समय समदहा गांव के कटान पीड़ित शारदा नदी के पार बस गए थे। इस बार की बाढ़ में यह ग्रामीण फंस गए। ग्रामीणों के रेस्क्यू को लेकर एसडीएम राजेश कुमार मौके पर मौजूद हैं। पीड़ित परिवारों को लंच पैकेट पहुंचाए जा रहे हैं।
पानी में बही निर्माणाधीन पुलिया, संपर्क मार्ग भी कटा
सम्पूर्णानगर थाना क्षेत्र को पीलीभीत के हजारा से जोड़ने वाली सड़क पर निर्माणाधीन पुलिया बाढ़ के पानी में बह गई। इससे सम्पूर्णानगर चीनी मिल से थाना हजारा के रामनगर, शांतिनगर,गांधी नगर, कबीरगंज आदि का आवागमन मुश्किल हो गया है। कुछ दिन पूर्व ही लोक निर्माण विभाग ने पुलिया निर्माण शुरू कराया था।
उधर, सम्पूर्णानगर के ही विशेनपुरी, सुमेरनगर, घोला, निषाद नगर गांव से पटिहन-पलिया जाने वाले मार्ग पर तेज धार पानी चलने से बुधवार देर शाम पुल के पास सम्पर्क मार्ग कट गया। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। संपर्क मार्ग कटने से आठ गांवों का संपर्क पलिया से कट गया है। बाढ़ के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।