पीएम मोदी और ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर ने हॉफबर्ग पैलेस में आयोजित गोलमेज व्यापार बैठक में हिस्सा लिया। यहां उन्होंने ऑस्ट्रिया और भारत के मुख्य कार्यपालक अधिकारियों (सीईओ) को संयुक्त रूप से संबोधित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रिया की कंपनियों को भारत में निवेश के लिए बुधवार को आमंत्रित किया। उन्होंने बुनियादी ढांचे, ऊर्जा, उभरती प्रौद्योगिकियों और अन्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग की संभावनाओं पर जोर डाला। पीएम मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के बाद मंगलवार शाम मॉस्को से यहां पहुंचे। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की 40 वर्षों में ऑस्ट्रिया की पहली यात्रा है।
पीएम मोदी और ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर ने यहां हॉफबर्ग पैलेस में आयोजित गोलमेज व्यापार बैठक में हिस्सा लिया। यहां उन्होंने ऑस्ट्रिया और भारत के मुख्य कार्यपालक अधिकारियों (सीईओ) को संयुक्त रूप से संबोधित किया।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि प्रधानमंत्री ने बुनियादी ढांचे, नवीकरणीय ऊर्जा, हरित क्षेत्र, नई और उभरती प्रौद्योगिकियों, फिनटेक, स्टार्टअप और नवाचार सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारतीय और ऑस्ट्रियाई कंपनियों के बीच सहयोग की महत्वपूर्ण संभावना पर जोर दिया। इसमें कहा गया कि प्रधानमंत्री ने ऑस्ट्रियाई कंपनियों को भारत में निवेश करने का न्योता दिया। दोनों देशों के बीच नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए ‘इंडियाऑस्ट्रिया स्टार्टअप ब्रिज’ फरवरी, 2024 में पेश किया गया था।
भारत-ऑस्ट्रिया द्विपक्षीय व्यापार 2023 (जनवरी-दिसंबर) में 2.93 अरब अमेरिकी डॉलर रहा है। ऑस्ट्रिया को भारतीय निर्यात 1.52 अरब डॉलर और आयात 1.41 अरब डॉलर रहा है।