ताइवान में बुधवार (3 अप्रैल) को 7.5 तीव्रता का भूकंप आया। इसके झटके जापान और फिलीपींस तक महसूस किए गए। ताइवान के फायर डिपार्टमेंट के मुताबिक, 9 लोगों की मौत हुई है। 930 से ज्यादा लोग घायल हैं। मरने वालों का आंकड़े बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
मौसम विभाग के मुताबिक भूकंप ईस्ट ताइवान के हुलिएन शहर में आया। इसका केंद्र धरती से 34 किलोमीटर नीचे था। भारतीय समय के मुताबिक सुबह 5:30 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। कई इमारतें जमींदोज हो गईं, लैंड स्लाइड भी हुई है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
ताइवान में भूकंप से मची तबाही पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया। सोशल मीडिया पर पोस्ट में PM ने लिखा, “भूकंप में घायल हुए लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। हम इस मुश्किल घड़ी में ताइवान के लोगों के साथ हैं।”
भारत ने एडवाइजरी जारी की
भारत ने ताइवान में रहने वाले भारतीयों के लिए एडवाइजरी जारी की है। इंडिया ताइपे एसोसिएशन ने इमरजेंसी नंबर और ई-मेल आईडी जारी की है। ये इस तरह है : 0905247906 और ad.ita@mea.gov.in। ताइवान में करीब 5 हजार भारतीय रहते हैं।
BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, ताइवान में 100 से ज्यादा आफ्टरशॉक आए हैं। वहीं, ताइवानी सेंट्रल वेदर ब्यूरो के मुताबिक, यह ताइवान में 25 साल में आने वाला सबसे तेज तीव्रता वाला भूकंप है। इसके पहले 1999 में 7.6 तीव्रता का भूंकप आया था। तब 2 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।
जापान-फिलीपींस ने सुनामी अलर्ट हटाया
भूकंप के बाद ताइवान, जापान और फिलीपींस ने सुनामी का अलर्ट जारी किया था। जापान के मौसम विभाग ने समुद्र में 3 मीटर यानी करीब 10 फीट तक की लहरें उठने का अनुमान जताया था। हालांकि, जापान और फिलीपींस ने अब सुनामी अलर्ट हटा दिया है।
चीन मदद भेजने को तैयार
जापान और चीन, ताइवान को मदद देने के लिए तैयार हैं। चीनी मीडिया के मुताबिक, चीन में ताइवान मामलों पर नजर रखने वाले ऑफिस ने कहा कि वो भूकंप से हुए नुकसान से चिंतित है और ताइवान में मदद भेजने को तैयार है। चीन, ताइवान को अपना हिस्सा बताता है। वहीं, ताइवान अपने आपको स्वतंत्र कहता है।