केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को युद्ध के दौरान यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के प्रयासों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की. उन्होंने खुलासा किया कि पीएम मोदी के प्रयासों से रूस-यूक्रेन युद्ध चार से पांच घंटे तक रुका रहा.
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक बुधवार को लंदन में एक नागरिक अभिनंदन समारोह में बोलते हुए रक्षा मंत्री ने यह बात कही. बता दें सिंह, इस समय ब्रिटेन की आधिकारिक यात्रा पर हैं.
‘पीएम ने छात्रों की सुरक्षित वापसी का बीड़ा उठाया’
राजनाथ सिंह ने कहा, ‘जब रूस-यूक्रेन के बीच सैन्य संघर्ष छिड़ गया, तो कीव और यूक्रेन में अन्य जगहों पर पढ़ रहे हमारे बच्चों के माता-पिता उनके ठिकाने और व्यक्तिगत सुरक्षा को लेकर चिंतित हो गए. हमारे प्रधानमंत्री ने यूक्रेन से हमारे छात्रों की सुरक्षित वापसी का बीड़ा उठाया. उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को फोन किया और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से भी बात की. यह सुनिश्चित करने के लिए कि अमेरिका के किसी भी हस्तक्षेप से हमारे छात्रों की सुरक्षित वापसी पर असर न पड़े, उन्होंने राष्ट्रपति जो बिडेन से भी बात की.
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘उनके (पीएम मोदी) प्रयासों के कारण था कि लड़ाई 4-5 घंटे के लिए रोक दी गई, जिससे यूक्रेन से 22,000 से अधिक छात्रों को सुरक्षित निकाला जा सका.’
ऑपरेशन गंगा के तहत छात्रों को यूक्रेन से निकाला गया
बता दें रूस-यूक्रेन संघर्ष के चरम पर, यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत 80 उड़ानें भरी गईं. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक सूत्रों ने यह जानकारी दी थी कि सरकार ने दो दर्जन से अधिक केंद्रीय मंत्रियों को बिना किसी रुकावट के निकासी अभियानों की निगरानी करने का काम सौंपा था.
प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीयों की निकासी की निगरानी के लिए अपने चार केंद्रीय कैबिनेट सहयोगियों – ज्योतिरादित्य सिंधिया, हरदीप सिंह पुरी, किरेन रिजिजू और वीके सिंह को हंगरी, रोमानिया, स्लोवाकिया और पोलैंड भेजा.
भारत सरकार ने निकासी प्रक्रिया की निगरानी करने और दिल्ली, मुंबई एयरपोर्ट पर स्टूडेंट्स को व्यक्तिगत रूप से रिसीव करने के लिए मंत्रियों को जिम्मदेरी दी.