प्रधानमंत्री मोदी की लक्षद्वीप यात्रा को लेकर हुए विवाद के बाद मालदीव का पर्यटन उद्योग हिचकोले खाने लगा है. आशंका जताई जा रही है कि इस विवाद से मालदीव में टूरिज्म सेक्टर 20 से 30 फीसदी तक नीचे गिर सकता है. पर्यटन उद्योग मालदीव की कुल जीडीपी में 25 प्रतिशत का योगदान करता है. ऐसे में अगर टूरिज्म सेक्टर इतना नीचे गिरता है तो मालदीव की इकोनॉमी ठप हो सकती है. इस आशंका को मालदीव का टूरिज्म सेक्टर और वहां के विपक्षी नेता भी समझ रहे हैं. उन्होंने पीएम मोदी के खिलाफ की गई टिप्पणियों की निंदा करते हुए भारत को मालदीव का सबसे बड़ा दोस्त बताया है.
‘भारत सबसे पहले मदद पहुंचाने वाला देश’
मालदीव एसोसिएशन ऑफ टूरिज्म इंडस्ट्री (MATI) ने बयान जारी करके कहा है कि मालदीव की अर्थव्यवस्था पूरी तरह पर्यटन पर निर्भर है. इसमें सबसे बड़ा योगदान भारतीयों का है, जो हर साल घूमने के लिए मालदीव पहुंचते हैं. भारत न केवल मालदीव का अहम पड़ोसी और सहयोगी है बल्कि कोई भी संकट आने पर सबसे पहले मदद पहुंचाने वाला देश भी है. उसने विभिन्न संकट के दौरान हमेशा मालदीव की मदद की है.
‘पर्यटन उद्योग खड़ा करने में बड़ा योगदान’
MATI ने आगे कहा, भारत सरकार और भारत के लोगों ने हमेशा हमारे साथ जो घनिष्ठ संबंध बनाए रखा है उसके लिए हम बेहद आभारी हैं. मालदीव में पर्यटन उद्योग को स्थापित करने और उसे बढ़ावा देने में भारत का का सबसे अहम योगदान रहा है. खासकर कोरोना महामारी के बाद देश की इकोनॉमी को फिर से रिवाइव करने में भारत की सहायता भुलाई नहीं जा सकती.
अपने नेताओं पर बरसा संगठन
संगठन ने पीएम मोदी और भारत के लोगों के खिलाफ की गई टिप्पणियों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इनसे किसी का फायदा नहीं होगा. इससे केवल माहौल खराब होगा, जिससे मालदीव संकट में फंस सकता है. MATI की यह आशंका निर्मूल नहीं है. MATI ने EaseMyTrip की सीईओ निशांत पित्ती को पत्र लिखकर मालदीव के लिए फ्लाइट बुकिंग दोबारा शुरू करने का आग्रह किया है. पित्ती ने पीएम मोदी पर अभद्र टिप्पणी के विरोध में मालदीव के ट्रैवल पैकेज बंद करने की घोषणा की थी. ब्लू स्टार एयर ट्रैवल सर्विसेज के निदेशक माधव ओझा बताते हैं कि विवाद शुरू होने के बाद से काफी लोग लोग इस चिंता से जूझ रहे हैं कि उन्हें अपने मालदीव ट्रिप की योजना पर आगे बढ़ना चाहिए या नहीं.
जानें घबराहट की असल वजह
इससे भारत से मालदीव जाने वाले यात्रियों की बुकिंग 15-20 प्रतिशत तक कैंसल हो सकती है. तनाव जारी रहता है तो यह दर 30 प्रतिशत तक पहुंच सकती है. अब लोग बीच हॉलीडे को एंज्वॉय करने के लिए लक्षद्वीप, अंडमान-निकोबार समेत दूसरी जगहों को एक्सप्लोर कर रहे हैं. अगर यह ट्रेंड स्थाई रूप से जारी रहता है तो मालदीव का टूरिज्म सेक्टर काफी हद तक ठप हो सकता है, जिससे वहां की इकोनॉमी को ध्वस्त होते देर नहीं लगेगी.