झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू के ठिकानों पर Income Tax Department की रेड के बारे में आपको पता ही होगा. पिछले बुधवार से शरू हुई Raid आज यानी मंगलवार को सातवें दिन खत्म हो गई. इन सात दिनों की रेड में 354 करोड़ रुपये तो कैश ही जब्त किया गया. सोचने वाली बात है कि देश में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी रेड में इतनी बड़ी मात्रा में नकदी जब्त की गई. इसलिए एक साथ इतना सारा कैश मिलने से सांसद धीरज प्रसाद साहू पर सवाल उठ रहे हैं कि उन्होंने इतना कैश क्यों छिपाकर रखा था? इस कैश का सोर्स क्या था? इसपर धीरज साहू, उनके परिवार या उनकी कंपनी के किसी भी अधिकारी का अबतक कोई बयान सामने नहीं आया है.
राहुल गांधी ने क्यों साधी चुप्पी?
धीरज साहू कांग्रेस के सांसद हैं इसलिए सवाल तो पार्टी पर भी उठेंगे कि उनके सांसद इतनी नकदी कहां से लाए. पार्टी उनके खिलाफ क्या कार्रवाई कर रही है. कांग्रेस की तरफ से धीरज साहू से नकदी को लेकर जवाब तो मांगा गया है, लेकिन अबतक उन्हें पार्टी से बाहर नहीं किया है. इसलिए BJP ने इसे कांग्रेस का करप्शन बताया है. कांग्रेस से सवाल किये हैं, कि उनकी पार्टी के सांसद भ्रष्टाचार में शामिल हैं. उसपर कांग्रेस नेता कोई बयान क्यों नहीं दे रहे. क्यों नहीं Income Tax Department की कार्रवाई को अब सही बताया जा रहा है. राहुल गांधी भी धीरज साहू को लेकर पूछे जाने वाले सवालों पर चुप्पी साध जाते हैं. सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्यों कांग्रेस अपने सांसद से बरामद हुई Black Money पर खामोश है. जबकि 7 दिन की रेड में जितना कुछ मिला है, उससे हर कोई हैरान है.
– 7 दिन में IT ने धीरज साहू के तीन राज्यों के करीब 30 ठिकानों पर Raid की
– Raid की 9 टीम में कुल 80 लोग शामिल थे. जिन्होंने 24 घंटे काम किया
– इस दौरान Raid में IT विभाग ने 354 करोड़ रुपये Cash बरामद किया
– Private Bank के तीन Lockers से सोने के 40 Biscuits को जब्त किया
– हीरे जड़े हुए 3 किलो सोने के जेवर और कुछ अहम Documents भी मिले
354 करोड़ रुपये से ज्यादा कैश जब्त
हालांकि, सोने के Biscuits और जेवर के वजन को लेकर Income Tax की टीम जांच कर रही है. Income Tax Depratment ने बीते बुधवार को धीरज साहू के ठिकानों पर Raid, TAX में गड़बड़ी की वजह से की थी, लेकिन इतनी बड़ी मात्रा में नकदी बरामद होगी. इसका अंदाजा IT अफसरों को भी नहीं था. इस मामले पर कांग्रेस के बड़े नेताओं ने चुप्पी साध रखी है. उनका कहना है कि धीरज साहू से 354 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी बरामद होना, धीरज साहू और जांच Agency का निजी मामला है. इससे कांग्रेस पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है. Black Money किसी एक पार्टी या फिर व्यक्ति विशेष का मामला नहीं है. Black Money देश को आर्थिक नुकसान पहुंचाने का मामला है. इसलिए सांसद के पास से मिले करोड़ों रुपये की नकदी के मामले को निजी बताकर कांग्रेस अपना पीछा छुड़ा सकती है.
धीरज साहू से कांग्रेस का किनारा
कांग्रेस अपने सांसद धीरज साहू से बरामद हुए कैश से खुद को अलग कर रही है, जिसे कांग्रेस पार्टी ने धीरज साहू का निजी मामला बता दिया है. लेकिन धीरज साहू कोई नए नवेले कांग्रेसी नेता नहीं है, जिससे कांग्रेस पार्टी अपना पीछा छुड़ा ले. अकेले धीरज साहू नहीं बल्कि साहू परिवार खानदानी कांग्रेसी रहा है. रांची में जन्मे धीरज साहू रसूखदार परिवार से ताल्लुक रखते हैं. धीरज साहू की राहुल गांधी के साथ तस्वीरें सामने आ चुकी हैं, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ भी धीरज साहू को देखा जा सकता है. धीरज साहू ने वर्ष 1977 में राजनीति की शुरूआत ही कांग्रेस से की थी. तब वो यूथ कांग्रेस से जुड़े थे. फिर कई अहम पदों पर जिम्मेदारी संभाली. वर्ष 2009 में धीरज साहू कांग्रेस के टिकट पर राज्यसभा सांसद बने. इसके बाद वर्ष 2010 और फिर वर्ष 2018 में तीसरी बार राज्यसभा पहुंचे. ऐसे में जब कांग्रेस सांसद भ्रष्टाचार के मामले में घिर गए हैं. उनसे 354 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी मिली है. तब कैसे कांग्रेस खुद को अलग कर सकती है. जबकि धीरज साहू ही नहीं बल्कि उनके परिवार का कांग्रेस से पुराना रिश्ता रहा है.