इजरायल और हमास के बीच जंग लगातार जारी है. 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजराइल में हमास के हमले के बाद शुरू हुआ यह युद्ध सातवें हफ्ते में पहुंच गया है. इस युद्ध में अब तक 1,200 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं. हालांकि, गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, मरने वालों की संख्या अब 12,300 से अधिक हो गई है, जिसमें बच्चे भी शामिल हैं. इसके अलावा इस जंग के कारण हजारों लोग लापता और विस्थापित हुए हैं. इस बीच इजरायल का कहना है कि उनका लक्ष्य हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को छुड़ाना है. वहीं, अल-शिफा अस्पताल में 32 बच्चे गंभीर हालत में हैं.
रेड क्रॉस के साथ समन्वय
इजराइल द्वारा अस्पताल को तुरंत खाली कराने की मांग के बाद सैकड़ों लोगों ने गाजा में अल-शिफा अस्पताल छोड़ दिया है. गाजा में हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, लगभग 120 घायल व्यक्ति और समय से पहले जन्मे बच्चे अस्पताल में हैं और वे शिशुओं की देखभाल के लिए रेड क्रॉस के साथ समन्वय कर रहे हैं.
32 फिलिस्तीनियों की मौत
बता दें कि शनिवार को इजरायली हवाई हमलों ने दक्षिणी गाजा में आवासीय इमारतों को निशाना बनाया, जिसमें कम से कम 32 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई. ऐसे में इजराइल ने दक्षिणी गाजा में खान यूनिस में रहने वाले फिलिस्तीनियों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. इसके अनुसार, यहां रहने वाले लोगों को इस इलाके से दूर रहने के लिए कहा गया है.
240 बंधकों का पता नहीं
हमास ने शनिवार को कहा था कि उसने कुछ बंधकों की सुरक्षा के लिए नियुक्त समूहों से संपर्क खो दिया है. हालांकि, गाजा में रखे गए लगभग 240 बंधकों में से किसी का पता नहीं चल पाया है. वहीं, इजराइल और हमास के बीच बढ़ते युद्ध के बीच भारत ने रविवार को गाजा को 32 टन मानवीय सहायता की दूसरी खेप भेजी.
अस्पताल में 291 मरीज
बता दें कि अल-शिफा अस्पताल में छोड़े गए मरीजों में 32 बच्चे गंभीर हालत में हैं. संयुक्त राष्ट्र की एक टीम ने रविवार को कहा कि इजरायली सैनिकों द्वारा अन्य लोगों को निकाले जाने के बाद गंभीर हालत में 32 शिशुओं सहित 291 मरीजों को गाजा के सबसे बड़े अस्पताल में छोड़ दिया गया था.