-विजय कुमार
नई दिल्ली,19 फरवरी। फीरोजशाह कोटला अरूण जेटली स्टेडियम पर टीम इंडिया ने सिर्फ तीन दिन में ही आस्टृेलिया के खिलाफ दूसरा टेस्ट मैच में जीत के झंडे गाड दिए। यह सब रविंद्र जडेजा (42 रन पर 7 विकेट) की कातिलाना अंजाद से की गई गेंदबाजी से। जिसके कारण ऑस्ट्रेलिया टीम अपनी दूसरी पारी में सिर्फ 114 रन ही सिमट गई। जवाब में भारत ने चार विकेट के नुकसान पर 115 रन का टारगेट पा लिया। इस शानदार जीत के साथ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में मेजबानों के पास 2-0 की बढत भी बना ली। भारत ने नागपुर में खेला गया पहला टेस्ट भी तीन दिन में ही जीता था। अब लगातार दूसरे मैच में कंगारू बल्लेबाज अपने स्पिनर्स के आगे घुटने टेकते नजर आए। सीरीज का तीसरा मैच 1 मार्च से इंदौर के होलकर स्टेडियम में खेला जाएगा।
रवींद्र जडेजा की सधी गेंदबाजी के आगे आस्टृेलियाई बल्लेबाज अपनी पूरी पारी में परेशानी के साथ खेलते नजर आए। यहीं कारण था कि सुबह के पहले ही सत्र में 113 रनों पर अपने नौ विकेट गंवा बैठे थे। जबकि उनकी पूरी टीम दूसरी पारी में 114 रनों पर सिमटी और भारत को जीत के लिए 115 रनों का टारगेट मिला। हालांकि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज महज 49 रनों के अंदर ही अपने नौ विकेट गंवा बैठे। रवींद्र जडेजा के अलावा तीन विकेट अश्विन के नाम रहे। इस पूरे मैच में रवींद्र जडेजा ने कुल 10 विकेट झटके।
दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया द्वारा मिले इस छोटे से टारगेट को कप्तान रोहित शर्मा की अगुवाई में भारतीय टीम ने आसानी से हासिल कर लिया। टीम के लिए अपना 100वां टेस्ट खेल रहे चेतेश्वर पुजारा 31 रन पर नाबाद रहे। कप्तान रोहित शर्मा ने भी 20 गेंद की आक्रामक पारी में 31 रन बनाए।
दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में चेतेश्वर पुजारा के बल्ले से विनिंग शॉट निकला। पुजारा ने चैका जड़कर भारत को शानदार जीत दिलाई। टीम इंडिया की कंगारुओं पर तीनों फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे, टी20) में मिलाकर यह 100वीं जीत है। पुजारा अपने 100वें टेस्ट मैच में बेशक शून्य के निजी स्कोर पर आउट हुए लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने नाबाद 31 रन की पारी खेली. भारत की कंगारुओं के खिलाफ यह 32 वीं टेस्ट जीत है। इससे पहले टीम इंडिया ने सबसे अधिक बार इंग्लैंड को टेस्ट मैच में हराया था। भारत ने अंग्रेजों को 31 टेस्ट मैचों में हराया है
चेतेश्वर पुजारा के 100वें टेस्ट मैच में ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने कुल 10 विकेट चटकाए जबकि रविचंद्रन अश्विन ने 6 विकेट अपने नाम किए। जडेजा ने दूसरी पारी में 7 कंगारू बैटर को पवेलियन भेजा। वहीं पहली पारी में उन्होंने 3 विकेट चटकाए थे। जडेजा और अश्विन की स्पिन जोड़ी ने मौजूदा सीरीज के शुरुआती दो टेस्ट मैचों में कंगारुओं की एक ना चलने दी।
भारतीय टीम के इस जीत के साथ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में उसके पहुंचने की संभावनाएं मजबूत हुई हैं। टीम इंडिया आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन बन गई है। भारतीय टीम अब तीनों फॉर्मेट में पहले स्थान पर विराजमान हो गई है। रैंकिंग में पहली बार भारत तीनों फॉर्मेट में एक साथ नंबर वन बना है।
अगर पूरे मैच की बात करें तो हरफनमौला अक्षर पटेल की 74 रन की शानदार पारी के साथ रविचंद्रन अश्विन (37) के साथ आठवें विकेट के लिए 114 रन की साझेदारी के दम पर भारत ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन शनिवार को मैच में वापसी की। भारत की पहली पारी 83.3 ओवर में 262 रन पर सिमटी जो ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी से एक रन कम है। नाथन लियोन के पांच विकेट से भारतीय टीम 139 रन तक शीर्ष क्रम के सात विकेट गंवाकर पहली पारी में बड़े अंतर से पिछड़ने के कागार पर थी लेकिन अक्षर और अश्विन ने अगले 29.3 ओवर (117 गेंद) तक ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों को सफलता से दूर रख मैच में भारत की वापसी करायी। अक्षर ने 115 गेंद की पारी में नौ चैके और तीन छक्के लगाये जबकि अश्विन ने 71 गेंद की पारी में पांच चैके जड़े। लियोन ने 29 ओवर में 67 दिये और टेस्ट में 22 वीं बार पांच या उससे अधिक विकेट चटकाए।
दूसरी पारी मंे आस्टृेलियाई टीम के बल्लेबाजों को काम केवल और केवल आया राम गया रहा ही रहा। उनको कोई भी बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों पर टिककर खेलने का साहस नहीं दिखा सका। दूसरी तरफ 115 रनों के जीत के लक्ष्य को भारतीय बल्लेबाजों ने संयम के साथ विकेट पर रूक कर और जरूरत के समय आक्रमकता दिखाकर जीत को अपनी झोली मंे डाला लिया।