-सदस्यों ने मामला सामने आने की बात को नकारा।
-दिव्या काकरान ने बृजभूष्ण सिंह के समर्थन विडियों डाल हटाया।
विजय कुमार
नई दिल्ली, 19 जनवरी। क्या भारतीय कुश्ती महासंघ द्वारा यौन शोषण समिति भी इस तुफान के बारें मंे नहीं जानती थी। जबकि इस समिति की सदस्यों में ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक भी शामिल है।
मालूम हो कि भारतीय कुश्ती में तूफान मचा हुआ है। विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया जैसे स्टार रेसलर कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरने पर बैठे हुए हैं। सभी ने गंभीर आरोप भी लगाए हैं। विनेश फोगाट ने तो यहां तक कहा कि बृजभूषण ने 15-20 महिला पहलवानों का यौन शोषण किया है। लेकिन इस बीच एक ऐसी पहलवान भी सामने आई है जिसने बृजभूषण शरण सिंह का समर्थन किया। मगर वीडियो वायरल होते ही ट्विटर से डिलीट कर दिया। यह पहलवान अक्सर सही बात उठाने में विश्वास रखती आई है। जी हां यह वही पहलवान है जिसने दिल्ली के मुख्यमंत्री के सामने खडे हो कर कह दिया था कि दिल्ली सरकार उनको कोई सहायता नहीं करती, जबकि वह रहती दिल्ली में है। यह पहलवान ओर कोई नही, बल्कि दिव्या काकरान है।
दिव्या काकरण ने अपने विडियों मंे कहा था कि बृजभूषण शरण सिंह पर लगाए गए सभी आरोप गलत हैं। धरना दे रहे पहलवान झूठ बोल रहे हैं। यही नहीं, उन्होंने वायरल वीडियो में यह भी कहा कि वह लगभग 10 वर्षों से कुश्ती का कैंप कर रही हैं और कभी किसी के साथ इस तरह की चीज नहीं देखी। उन्होंने कहा बृजभूषण शरण सिंह पर तमाम आरोप लग रहे हैं, लेकिन इनमें कोई सच्चाई नहीं है।
सूत्रों की मानें तो पिछले दो से तीन महीने पहले कुश्ती महासंघ ने अपनी नई पालिसी के साथ कई कई समितियां बनाई है। जिसकें एक 5 सदस्यी यौन शौषण समिति भी है। इस समिति में ओलंपिक पदक विजेता महिला पहलवान साक्षी मलिक हरियाणा, हिन्द केसरी पहलवान जयप्रकाश दिल्ली, बीएन प्रसाद केरल,विशाल सिंह बिहार तथा डी के साहू उडीसा के सदस्य है। नाम ना छापने की शर्त पर एक सदस्य ने बताया अगर इस तरह की कोई बात होती तो समिति के पास कोई जानकारी तो होती। जिसकी सदस्य खूद साक्षी मलिक है। क्या किसी पहलवान ने साक्षी मलिक को शिकायत की, तथा समिति के सामने मामला आया और कार्यवाही नहीं की। ऐसे में यह सब आरोप क्यों लग रहें है। इसके पीछे कौन है जांच हो जानें दो पता चल जाएगा।
वहीं दिव्या काकरन का कहना था, मैं 2010 से कैंप कर रही हूं कभी ऐसा नहीं देखा। मुझे याद है पहली बार जब कैंप किया था तब किट तक अच्छी नहीं मिली थी। हमने इसकी शिकायत भी की थी, लेकिन आज हमारे पास सबकुछ है। उन्होंने कहा कि जब से बृजभूषण शरण सिंह संघ के अध्यक्ष बने हैं तब से कुश्ती के पास स्पॉन्सर्स हैं। इसके बाद मौजूदा विवाद को लेकर उन्होंने कहा कि मैं तो खुद अपना नाम कैंप में डलवाती हूं। कई बार ट्रायल के दौरान हमसे गलती होती है तो हमें दूसरा मौका देते हैं।
मालूम हो यह बयान तब आया है जब दूसरी ओर, जंतर-मंतर पर मोर्चा संभाले देश के स्टार पहलवानों की फौज है, जो तमाम आरोप लगा रहे हैं। इसमें एक आरोप यह भी है कि संघ स्पॉन्सर्स के पैसे खा जाती है। हमें पैसे ही नहीं मिलते। इस मामले में बृजभूषण शरण सिंह को 72 घंटे मिले हैं अपनी बात रखने के लिए।
सूत्रों की मानें तो कुश्ती महासंघ ने खेल मंत्रालय को अपनी नई पालिसी पर पहलवानों की नाराजनी होना बताया है। इसमें कितनी सच्चाई है यह आने वाले दिनों में पता चल जायेगा, जब खेल मंत्रालय की तरफ से कोई बयान आएगा। फिलहाल पहलवान जंतर मंतर से अध्यक्ष की बिदाई होने तक डटे रहने की बात कर रहे है।