चुनाव आयोग ने बुधवार को त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड के विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया। त्रिपुरा में 16 फरवरी को मतदान होगा। मेघालय और नगालैंड में 27 फरवरी को वोटिंग होगी। सभी राज्यों के नतीजों का ऐलान 2 मार्च को होगा। इन चुनावों की एक दिलचस्प बात यह है कि तीनों राज्यों में बहुमत का आंकड़ा 31 है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि तीनों राज्यों में महिला वोटरों की भागीदारी ज्यादा है और यहां चुनावी हिंसा भी ज्यादा नहीं होती। हम यहां पर निष्पक्ष चुनाव के लिए प्रतिबद्ध हैं।
नॉमिनेशन: त्रिपुरा- 21 जनवरी से 30 जनवरी तक, मेघालय-नगालैंड- 31 जनवरी से 7 फरवरी
सीमा के अंतिम गांव लोंगवा में भी मतदान केंद्र
नगालैंड के मोन जिले का लोंगवा गांव भारत-म्यांमार की सीमा रेखा पर बसा अंतिम गांव है। गांव का एक हिस्सा भारत में है और दूसरा म्यांमार में है। गांव के लोगों को दोहरी नागरिकता हासिल है। स्थानीय लोग बिना किसी वीजा-पासपोर्ट या कागजात के बेरोकटोक सीमा पार आवाजाही कर सकते हैं। यहां कोन्याक नागा जनजाति के करीब पांच सौ परिवार रहते हैं। यहां भी मतदान केंद्र बनाया जाएगा।
त्रिपुरा में BJP और कांग्रेस समर्थकों के बीच झड़प विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के करीब आधे घंटे बाद त्रिपुरा के मजलिसपुर में BJP और कांग्रेस समर्थकों के बीच झड़प हुई। इसमें कई लोग घायल हो गए। झड़प में कांग्रेस नेता डॉ. अजय कुमार घायल हो गए। झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे डॉ अजय कुमार अभी त्रिपुरा, नगालैंड और सिक्किम के प्रदेश प्रभारी हैं। वे कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य और राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं।
कांग्रेस विधायक सुदीप रॉय बर्मन का दावा है कि पार्टी के कई घायल कार्यकर्ता अब भी रानीरबाजार पुलिस थाने में हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं की मौजूदगी के कारण उन्हें अस्पताल नहीं ले जाया गया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एक मंत्री विपक्ष पर हमले का नेतृत्व कर रहे थे। वे यह मांग भी कर रहे थे कि चुनाव आयोग मजलिसपुर निर्वाचन क्षेत्र सहित पांच निर्वाचन क्षेत्रों में अलग से चुनाव कराए।
इस साल 9 राज्यों में चुनाव, शुरुआत नॉर्थ-ईस्ट से
2024 में लोकसभा चुनाव से पहले पूर्वोत्तर के राज्यों त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड के अलावा कुल 9 राज्यों में चुनाव होंगे। नॉर्थ-ईस्ट के बाद अप्रैल या मई में कर्नाटक में भी विधानसभा चुनाव कराए जाने की संभावना है। 40 सदस्यों वाली मिजोरम विधानसभा का कार्यकाल भी इसी साल 17 दिसंबर को खत्म हो रहा है। जबकि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में जनवरी 2024 में अलग-अलग तारीखों पर कार्यकाल खत्म होगा।